PIlibhit News: श्रम विभाग की टीम ने छापेमारी कर छुड़ाए 10 बाल मजदूर, 4 बच्चों की उम्र 14 साल से भी कम
PIlibhit News: यूपी के पीलीभीत में श्रम परिवर्तन अधिकारी ने पुलिस फोर्स टीम के साथ मिलकर करीब 10 बच्चों बाल मजदूरी से रेस्क्यू किया गया. जिसमें से 4 बच्चे तो ऐसे थे जिनकी उम्र 14 साल से भी कम है.
PIlibhit News: यूपी सरकार भले ही सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के दावे पेश कर रही हो लेकिन बाल मजदूरी आज भी समाज में दंश की तरह रुकने का नाम नहीं ले रही. पीलीभीत (Pilibhit) की पूरनपुर तहसील में श्रम परिवर्तन अधिकारी ने पुलिस फोर्स टीम (Police Force Team) व चाइल्ड हेल्पलाइन (Child Helpline) की टीम के साथ अलग-अलग जगहों से लगभग 10 बच्चों को रेस्क्यू किया गया. जिसमें से 4 बच्चों को CWC के समक्ष पेश कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है, जबकि बाकी बच्चों के माता पिता सहित संबंधित प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी करने की कार्रवाई की जा रही है.
बाल मजदूरी करने वाले बच्चों को छुड़ाया
जिस उम्र के मासूम बच्चों के हाथ में कलम पेंसिल और किताबें होनी चाहिए उस उम्र में नाबालिग बच्चे होटलों, ईंट भट्ठों, दुकानों मंडियों में बाल मजदूरी कर रहे हैं और इस कच्ची उमर में परिवारों का बोझ सिर पर लिए हैं. इस बात की खबर जब श्रम परिवर्तन अधिकारी को लगी तो उन्होंने चाइल्ड हेल्प लाइन टीम और पुलिस फोर्स के साथ मिलकर पूरनपुर तहसील की अलग-अलग जगहों से छापेमारी कर एक दर्जन बच्चों को बाल श्रम करते पाया. इनमें से 4 बच्चे तो ऐसे थे जिनकी उम्र भी 14 साल से कम है इन्हें सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया गया. वहीं दूसरे बच्चों के अभिभावकों और प्रतिष्ठानों को नोटिस देने के साथ ही चेतावनी देते हुए बाल श्रम अपराध को बताते हुए कड़ी चेतावनीं देकर उन चिहिन्त बच्चों की मॉनिटरिंग विभाग द्वारा की जा रही है।
बाल मजदूरी कराने वाले संस्थानों को नोटिस
बाइट श्रम परिवर्तन आधिकारी ने बताया आज बाल श्रम को लेकर अभियान के तहत पूरनपुर तहसील के विभिन्न दुकानों स्टेशन चौराहा सहित कई जगह चेकिंग की गई जिस दौरान प्रतिष्ठानों पर काम करने वाले लगभग 10 बच्चों को रेस्क्यू किया गया है चाइल्ड हेल्पलाइन सीडब्ल्यूसी सेट पुलिस टीम के साथ रेस्क्यू किया गया है जिनमें से 4 बच्चों को शीर्ष न्यायालय cwc में पेश कर कार्रवाई की जा रही है वहीं संबंध प्रतिष्ठानों को नोटिस देकर बालश्रम ना कराए जाने की अपील की गई है। इन बच्चों की मॉनिटरिंग लगातार विभाग द्वारा की जाएगी ।