UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के औरैया जिले (Auraiya District) में एक गांव में तालाब की खुदाई के दौरान 10 वीं शताब्दी की पत्थर की एक प्राचीन मूर्ति (Ancient Idol) मिली है. मूर्ति के मिलते ही मजदूरों ने इसकी जानकारी ग्राम प्रधान को दी. इसे कुछ लोग सूर्य भगवान की तो कोई भगवान कृष्ण की मूर्ति मान रहे हैं. जिलाधिकारी ने पुरातत्व विभाग को मूर्ति मिलने की जानकारी दी है और उन्होंने इसके राजा हर्षवर्धन के काल के होने की संभावना जताई है. उनका कहना है कि पहले भी कन्नौज से कई बार खुदाई के दौरान ऐसी ही मूर्तियां मिली हैं.


मनरेगा के तहत चल रहा था काम, तभी मिली मूर्ति


फिलहाल इस मूर्ति को ग्राम प्रधान के घर रखा गया है. पुरातत्व की टीम का इंतजार किया जा रहा है ताकि मूर्ति के वास्तविक काल का पता लग सके. औरैया जिले के भाग्य नगर ब्लाक के ग्राम पंचायत सेहुद में पीबीआरपी स्कूल के पास मनरेगा के जरिए स्वतंत्रता सेनानी राजाराम अमृत सरोवर तालाब की खुदाई की जा रही थी. इसी दौरान खुदाई में मजदूरों को एक प्राचीन काल की पत्थर की मूर्ति मिली है जो पूरे गांव में अब कौतूहल का विषय बनी हुई है.


स्थानीय लोगों के अनुसार, मूर्ति कई वर्षों पुरानी बताई जा रही है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि यह प्राचीन मूर्ति किस भगवान की है. कोई सूर्य भगवान की मुर्ति बता रहा है तो कोई  कृष्ण-राधा की मूर्ति को बता रहे है तो कुछ लोग राम-लक्ष्मण और गौतम बुद्ध की मूर्ति होने की संभावना जता रहे हैं. वहीं अधिकारी मूर्ति के बारे में जानकारी जुटाने में लगे हैं. साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों ने पुरातत्व विभाग को भी खुदाई के दौरान मिली मूर्ति की जानकारी दी है.


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एसडीएम सदर मनोज कुमार का कहना है कि गांव में कुछ अधिकारियों को भेजकर जांच कराई गई है. मूर्ति को सुरक्षित रख दिया गया है. यह कह पाना अभी मुश्किल है कि यह किस भगवान की मूर्ति है. इस मामले को लेकर जिलाधिकारी ने बताया सेहुद गांव में अमृत सरोवर के जरिए तालाब की खुदाई करवा रहे है इसी दौरान वहां खुदाई के समय प्राचीन काल की पत्थर की एक मूर्ति मिली है इसकी जानकारी पुरातत्व विभाग को दे दी गई है.


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