UP News: उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) मुस्लिम वोट बैंक बढ़ाने पर ध्यान बनाए हुए है. इसी क्रम में वह मुस्लिम नेताओं को पार्टी में शामिल कर रही है. इमरान मसूद (Imran Masood) के बाद रविवार को एक और मुस्लिम नेता ने बसपा का दामन थामा है. एआईएमआईएम (AIMIM) के पूर्वांचल के अध्यक्ष इरफान मलिक (Irfan Malik) ने बसपा जॉइन किया है.


डुमरियागंज से चुनाव हार चुके हैं इरफान मलिक


इरफान मलिक की राजनीतिक पृष्ठभूमि मजबूत रही है. उनके पिता कमाल मलिक डुमरियागंज से पांच बार विधायक और मंत्री भी रहे हैं. कमाल मलिक का हाल में निधन हो गया. इरफान मलिक 2012 में एआईएमआईएम में शामिल हुए थे औऱ उन्हें पार्टी ने दो दिन बाद ही यूपी विधानसभा चुनाव का टिकट दिया गया था. 2022 में भी उन्हें पार्टी का टिकट दिया गया था और उन्हें डुमरियागंज से उम्मीदवार बनाया गया था. हालांकि उन्हें सपा उम्मीदवार के आगे हार का मुंह देखना पड़ा. 


इरफान से पहले इमरान मसूद को दी गई बड़ी जिम्मेदारी


इरफान से पहले इसी महीने इमरान मसूद ने अखिलेश यादव को झटका देते हुए सपा छोड़कर बसपा का दामन थामा था. इमरान मसूद को पश्चिमी यूपी की राजनीति में जाना-माना चेहरा हैं और वह मुस्लिम वोट खिंचने में मायावती के काम आ सकते हैं. वहीं पश्चिमी यूपी के साथ ही बसपा का फोकस अब पूर्वांचल है इसलिए इरफान मलिक को टीम में शामिल किया गया है. इमरान मसूद को मायावती ने बसपा में शामिल करते ही बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी और उन्हें पश्चिमी यूपी में बसपा संयोजक बना दिया गया. वहीं पूर्वांचल में इरफान मलिक को क्या जिम्मेदारी दी जाएगी, यह आने वाले कुछ समय में साफ हो जाएगा. 


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