Lucknow News: गोसाईगंज के शिवलर स्थित सुफ्फा मदीनतुल उलम मदरसा में दो बच्चों को जंजीर से बांधकर पीटने के मामले में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के साथ ही पुलिस सक्रिय हो गई है. राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर देवेंद्र शर्मा ने बच्चों के साथ अमानवीयता की जांच के आदेश दिए हैं तो गोसाईगंज पुलिस ने मदरसे के मौलाना मोहम्मद रियाज के साथ ही शिक्षकों को पूछताछ के लिए थाना बुलाया है.
गोसाईंगंज पुलिस के मुताबिक इस प्रकरण से जुड़े लोगों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने तलब किया है. पुलिस की पूछताछ के बाद मदरसा के प्रबंधक मौलाना और शिक्षकों के साथ ही बच्चों के अभिभावकों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश किया जाएगा. अब तक इस मामले में किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं हुई है. चूंकि, बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता था और अक्सर वह भाग जाते थे इसलिए उन्होंने ही मदरसे के मौलाना से सख्ती बरतने के लिए कहा था.
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने दी ये जानकारी
उधर, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष का कहना है कि यह मामला गंभीर है और बच्चों के साथ इस तरह की अमानवीयता का अधिकार किसी को नहीं है इसलिए मामले की जांच करा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि मदरसे की मान्यता नहीं है जिसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे.
मदरसा में बाराबंकी के दो बच्चों को जंजीर से बांधकर रखने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से हड़कंप मच गया था. बच्चों के साथ मारपीट की बात भी कही जा रही है. वीडियो में बच्चों के शरीर पर चोटों के काफी निशान नजर आ रहे हैं. फिलहाल, इस मामले में पुलिस मदरसा के मौलाना और शिक्षकों से पूछताछ कर रही है जबकि सोमवार को राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम अपनी जांच शुरू करेगी.
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