Jhansi Kidnap News: उत्तर प्रदेश के लखनऊ से बिहार के व्यापारी आशीष पाठक का अपहरण कर लिया गया था, जिन्हें पुलिस ने सही सलामत छुड़ा लिया है. ये मामला पैसों के लेन-देने से जुड़ा है. अपहरणकर्ता व्यापारी को अगवा कर झांसी ले गए थे जहां उसके साथ मारपीट की गई. यहीं नहीं सिगरेट से भी उसे शरीर को दागा गया और यातनाएं दी गईं. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि इनके तीन साथियों को पुलिस तलाश कर रही है. 


जानिए पूरा मामला?


दरअसल पीड़ित आशीष पाठक बिहार का रहने वाला है. 26 अक्टूबर को परिजनों ने भोजपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि आशीष 19 अक्टूबर को लखनऊ जाने की बात कहकर घर से निकला था लेकिन वापस नहीं आया है. 25 अक्टूबर को उनके पास आशीष को फोन आया और उसने बताया कि डॉ विक्रम सक्सेना और उसके साथ अपहरण कर उसे झांसी ले आए हैं. जहां उसे किसी गांव में बंधक बनाकर रखा गया है और पैसों के लिए मारपीट कर रहे हैं. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस एक्शन में आई और मामला दर्ज कर एक टीम का गठन कर दिया.


शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने मुखबिर की मदद से दो घंटे के अंदर कानपुर-झांसी हाईवे किनारे सुलेमान फार्म हाउस से आशीष पाठक को सकुशल बरामद कर लिया. आरोपियों ने आशीष को फार्म हाउस में 6 दिन तक बंधक बनाकर रखा और मारपीट की. इस दौरान विक्रम ने आशीष के घरवालों से 50 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर भी करवा लिए. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों डॉ विक्रम सक्सेना, सुलेमान और अनुराग यादव को गिरफ्तार कर लिया है.


इस पूरे मामले के बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए झांसी के एसएसपी राजेश एस ने बताया मुख्य आरोपी डॉ विक्रम सक्सेना ज्ञानस्थली स्कूल का प्रिंसिपल है और इसके साथ ही एक एनजीओ भी चलाता है. उसके एनजीओ में दस करोड़ रुपये की फंडिंग को लेकर उसकी पीड़ित आशीष पाठक से बात हुई थी. जिसके लिए उसने साढ़े चार लाख रुपये प्रोसेसिंग फीस के नाम पर दिया था. लेकिन जब काफी समय के बाद भी उसका काम नहीं हुआ तो डॉ विक्रम ने अपने साथियों के आशीष पाठक का लखनऊ से किडनैप कर लिया. 


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