UP Politics: सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) के खिलाफ बागी नेता महेन्द्र राजभर (Mahendra Rajbhar) और उनके समर्थकों ने नई पार्टी का गठन किया. इस पार्टी का नाम 'सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी' रखा गया है. इससे पहले बागी नेताओं के कार्यक्रम को प्रशासन की ओर से परमिशन नहीं मिल पाई थी जिसके वजह उनके साथ आए कार्यकर्ताओं ने सड़क पर ही पार्टी का गठन किया. सभी ने मिलकर महेन्द्र राजभर को नई नवेली पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया और पार्टी के तमाम पदाधिकारियों के नाम पर भी मुहर लगाई गई. इस दौरान ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई.
सुभासपा के खिलाफ नई पार्टी का गठन
महेन्द्र राजभर ने रोड पर ही अपनी नई पार्टी का गठन किया. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि ओम प्रकाश राजभर के दबाव की वजह से रातों-रात उनके कार्यक्रम स्थल की परमिशन को रद्द कर दिया गया. इस दौरान सुभासपा के कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया और वो महेन्द्र राजभर के पाले में आ गए. इनमें अंबेडकर नगर समेत कई जनपदों से कार्यकर्ता आए थे. इन कार्यकर्ताओं के साथ जिला कलेक्ट्रेट मेन रोड पर खड़े होकर महेन्द्र राजभर ने नई पार्टी का गठन किया और उसके नाम का भी एलान किया.
ओम प्रकाश राजभर पर लगाया परिवारवाद का आरोप
महेन्द्र राजभर के समर्थन में आए लोगों की भीड़ को देखते हुए वहां पर पीएमसी लगा दी गई थी. पीएससी ने जब इन सभी को सड़क से हटाने की कोशिश की तो उन्होंने सड़क पर चलते-चलते ही पार्टी के गठन का एलान कर दिया. इस दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी पहुंचे थे. प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्र शेखर राजभर ने कहा कि सुभासपा मूल सिद्धांतों से भटक गई है. ओमप्रकाश राजभर ने परिवारवाद की पार्टी बना ली है. वो कार्यकर्ताओं की नहीं सुनते हैं केवल अपने बेटों की ही सुनते हैं.
चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि सुभासपा पैसों के बल पर टिकट बेचती है. उनकी पार्टी अब परिवार वाली पार्टी हो गई है अब इस पार्टी में हम लोग नहीं रहेंगे हम लोग की नई पार्टी महेंद्र राजभर के समर्थन में नई पार्टी का गठन कर दिया गया है. जहां पर आज उसकी घोषणा भी कर की गई है.
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