UP News: बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने रामपुर की हार को बीजेपी और सपा की अंदरूनी मिलीभगत का परिणाम बताया. इस बयान पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पलटवार किया. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि उन्हें मैनपुरी की जीत से निराशा नहीं होनी चाहिए यह समाजवादियों की जीत नहीं है यह बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी और राम मनोहर लोहिया जी के सिद्धांतों की जीत है. नेताजी ने जो सौहार्द की राजनीति की, जो अगड़े-पिछड़े सबको साथ लेकर के चलने की राजनीति की जीत हुई है.


अखिलेश यादव ने कहा, "बहुजन समाज पार्टी की नेता जो कह रही हैं, मुझे उनके बारे में कुछ नहीं कहना है. हमारा लक्ष्य यह है कि बीजेपी को उत्तर प्रदेश से कैसे हटाया जाए. उत्तर प्रदेश से ही यह दिल्ली का रास्ता इनको मिला था. उत्तर प्रदेश की जनता ही इन्हें रोकेगी." उन्होंने आगे कहा, "बसपा सुप्रीमो को इलेक्शन कमीशन के खिलाफ बोलना चाहिए. किस तरीके से वहां के मतदाता खासकर मुसलमान भाई वोट डालने ना जा पाए, उन्हें कैसे नुकसान पहुंचाया जाए, उनके घर को घेर लिया गया जो महिलाएं थी, उनसे गलत भाषा का इस्तेमाल किया गया, कई पार्टी के नेता निकले तो उनके हाथ-पैर तोड़ दिए गए. कइयों को चोटे आई हैं. पुलिस लगाकर के मुसलमान भाइयों को घर से नहीं निकलने दिया."


शिवपाल यादव को मिली जिम्मेदारी - अखिलेश यादव


बसपा सुप्रीमो ने खतौली विधानसभा सीट पर बीजेपी को मिली हार पर भी संदेह जताया है. इस पर अखिलेश यादव ने कहा, "बसपा सुप्रीमो बीजेपी के इशारे पर काम कर रही हैं. आप पिछला चुनाव देख लीजिए, समाजवादी पार्टी कैसे हारी, किस तरीके से टिकट दिए गए और उस पहलू पर मैं नहीं जाना चाहता हूं." शिवपाल सिंह यादव को बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने को लेकर कहा कि चाचा हमारे साथ आए हैं. उनका दल विलय हो गया है उन्हें भी जिम्मेदारी मिलेगी.


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