UP News: मैनपुरी (Mainpuri) उपचुनाव में सपा उम्मीदवार डिंपल यादव (Dimple Yadav) को प्रचंड जीत दिलाने के लिए वोट बटोरने के मामले में शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करहल क्षेत्र को पीछे छोड़ दिया. मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव हुआ था. निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक सपा उम्मीदवार डिंपल यादव को जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के रघुराज सिंह शाक्य (Raghuraj Singh Shakya) से 1.06 लाख अधिक वोट मिले, जबकि करहल में मतों का अंतर 75,462 था.


हाल ही में हुए मैनपुरी उपचुनाव में सपा प्रत्याशी ने शाक्य को 2.88 लाख से अधिक मतों के भारी अंतर से हराया. पिछले 10 अक्टूबर को मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण मैनपुरी चुनाव में मध्यावधि चुनाव जरूरी हो गया था, जहां 5 दिसंबर को मतदान और 8 दिसंबर को मतगणना हुई. मुलायम सिंह यादव सपा उम्मीदवार डिंपल के ससुर थे. उपचुनाव में प्रचार के दौरान डिंपल यादव के पति और सपा प्रमुख अखिलेश यादव अक्सर अपनी सभाओं में कहते थे कि करहल और जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्रों के बीच एक मुकाबला है कि कौन पार्टी को अधिक वोट देता है.


शाक्य वोट की रही अहम भूमिका


डिंपल यादव ने मैनपुरी संसदीय क्षेत्र में आने वाले सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों - मैनपुरी, करहल, किशनी (एससी), भोगांव, और जसवंतनगर (इटावा) में प्रतिद्वंद्वी से आगे रहीं. उन्होंने अन्‍य पिछड़ा वर्ग से आने वाले शाक्य जाति के मतदाताओं के वर्चस्व वाले भोगांव विधानसभा क्षेत्र में भी अपने प्रतिद्वंद्वी शाक्य को पीछे छोड़ दिया. वर्ष 2019 के आम चुनाव में अपने ससुर की जीत की तुलना में वह बहुत बड़े अंतर से चुनाव जीतीं. मुलायम सिंह यादव ने अपना आखिरी लोकसभा चुनाव 2019 में मैनपुरी से 94,389 मतों के अंतर से जीता था और तब वह सपा-बसपा गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार थे. 


जसवंतनगर और करहल में यह है मतदाताओं की स्थिति


जसवंतनगर और करहल विधानसभा क्षेत्रों से सबसे अधिक वोट पाने वाली डिंपल यादव की तरह मुलायम सिंह यादव को भी करहल (1,18,133) और जसवंतनगर (1,37,407) से सबसे अधिक वोट मिले थे. मुलायम पिछले संसदीय चुनाव में भोगांव से पिछड़ गए थे. लेकिन डिंपल यादव ने मैनपुरी संसदीय क्षेत्र के पांच विधानसभा क्षेत्रों में चार मैनपुरी (1,05,795), किशनी (1,07,150), करहल (1,40,578) और जसवंतनगर (1,64,916) में एक लाख से अधिक वोट हासिल किए. रघुनाथ शाक्य का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भोगांव विधानसभा क्षेत्र में आया, जहां उन्हें 73,818 वोट मिले. चुनाव आयोग के अनुसार, जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र में 3.92 लाख से अधिक और करहल विधानसभा क्षेत्र में 3.73 लाख से अधिक मतदाता हैं.


मुलायम के निधन से एकजुट हुआ यादव समुदाय


सपा संस्थापक के निधन के तुरंत बाद हुए उपचुनाव ने मैनपुरी के सभी विधानसभा क्षेत्रों में डिंपल की जीत सुनिश्चित करने और दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरे यादव समुदाय को एकजुट कर दिया था. मैनपुरी से सपा नेता देवेंद्र यादव ने कहा कि जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र का चुनावी कामकाज शिवपाल सिंह यादव और अभिषेक अंशुल यादव (इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष) संभाल रहे थे, जबकि करहल में पार्टी की स्थानीय इकाई के कार्यकर्ता और कुछ आजमगढ़ के पार्टी नेताओं ने वोटरों को रिझाने का काम किया.


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