Mainpuri News: उत्तर प्रदेश में सरकार शिक्षा के स्तर में लगातार सुधार करने का दावा कर रही है लेकिन जमीन पर उसका कोई असर होते नहीं दिख रहा है. सरकारी अध्यापक ही सरकार के तमाम मंसूबों पर पानी फेरने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला मैनपुरी (Mainpuri) में देखने को मिला, जहां प्राथमिक विद्यालय (Primary School) अपनी बच्ची का एडमिशन कराने आई एक मां को स्कूल की प्रिंसिपल (Principal) ने जातिसूचक शब्द कहकर भगा दिया. इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया (Social Media) पर जमकर वायरल हो रहा है.


बच्ची को एडमिशन देने से इनकार


ये मामला मैनपुरी के भोगांव कस्बे में स्थित प्राथमिक विद्यालय का है. खबर के मुताबिक यहां अपनी बच्ची का एडमिशन कराने गए अभिभावक के साथ स्कूल की प्रिंसिपल ने अभद्रता की और जाति सूचक शब्द कहते हुए छात्रा का एडमिशन करने से मना कर दिया. यही नहीं प्रिंसिपल साहिबा मीना वर्मा बच्ची के अभिभावक पर इस कदर भड़क गई कि बच्ची और उसकी मां को स्कूल से ही भगा दिया. जिसके बाद छात्रा के परिजनों ने 1090 पर कॉल कर प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. 


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जातिसूचक शब्द कहकर भगाया


बच्ची के परिजनों का कहना है कि वो कई दिनों से एडमिशन के लिए लगातार विद्यालयों का चक्कर लगा रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया प्रिंसिपल ने उन्हें जातिसूचक शब्द कहकर स्कूल से भगा दिया. इस घटना का वीडिया वायरल होने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपका गुप्ता से जब इस पूरे मामले की जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि ये मामला अभी संज्ञान में आया है. हमने खंड शिक्षाधिकारी को इसकी जांच के आदेश दिए हैं. हम जांच के आधार पर कार्रवाई करेंगे. अगर वो जांच में दोषी पाई जाती हैं तो उनके ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई की जाएगी. वो बच्चे को दाखिला देने से मना नहीं कर सकतीं. 


बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि इस तरीके से व्यवहार करना बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यदि कोई अभिभावक अपने बच्चे का एडमिशन कराने आता है तो आपको कोई अधिकार नहीं बनता कि आप उसे मना करदे हैं और बच्चों इस तरह बात करें. 


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