UP News: नूपुर शर्मा के विवादित बयान पर मायावती की नसीहत- सस्पेंड करने की बजाय जेल भेजना चाहिए
बीजेपी प्रवक्ता नुपूर शर्मा के विवादित बयान के चलते बीजेपी की काफी किरकिरी हो रही है. वही अब मायावती ने ट्विटर पर भाजपा को नसीहत दी है कि सस्पेंड करने से काम नहीं चलेगा अपने लोगों पर सख्ती करें.
हाल ही में बीजेपी प्रवक्ता नुपूर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी. इस मामले को लेकर यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी प्रमुख मायावती ने भाजपा को नसीहत दी है. मायावती ने ट्विटर पर लिखा है केवल सस्पेंड करने से काम नहीं चलेगा, बीजेपी को अपने लोगों पर सख्ती से शिकंजा कसना चाहिए.
मायावती ने ट्विटर पर बीजेपी की दी ये नसीहत
बीएसपी सुप्रीमो ने बीजेपी को नसीहत देते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा है, “ देश में सभी धर्मों का सम्मान जरूरी. किसी भी धर्म के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल उचित नहीं है. इस मामले में बीजेपी को भी अपने लोगों पर सख्ती से शिकंजा कसना चाहिए. केवल उनको सस्पेंड व निकालने से काम नहीं चलेगा बल्कि उनको सख्त कानूनों के तहत जेल भजेना चाहिए.”
कानपुर हिंसा को लेकर कही ये बात
अपने एक अन्य ट्वीट में मायावती ने लिखा है, “इतना ही नहीं बल्कि कानपुर में अभी हाल ही में जो हिंसा हुई है, उसकी तह तक जाना बहुत जरूरी है, साथ ही इस हिंसा के विरुद्ध हो रही पुलिस कार्रवाइयों में निर्दोष लोगों को परेशान ना किया जाए, बीएसपी की यह भी मांग है.”
बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने क्या विवादित बयान दिया था
बता दें कि टीवी डिबेट के दौरान नुपूर शर्मा ने कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ कुछ अपमानजनक टिप्पणी (Objectionable Remarks on Prophet Muhammad) कर दी थी. इस दौरान नूपुर शर्मा ने आरोप लगाया था कि कुछ लोग हिंदू आस्थाओं का मजाक उड़ा रहे हैं. इसके बाद उन्होंने इस्लामी मान्यताओं का जिक्र किया और कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी की. इसके बाद ट्विटर पर नूपुर की वीडियो वायरल हो गई और उन पर पैगंबर का अपमान करने का आरोप लगाया.
नूपुर को बीजेपी ने किया 6 साल के लिए निलंबित
वहीं नुपूर की विवादित टिप्पणी के चलते बीजेपी की भी काफी किरकरी हुई. हालांकि नूपुर ने दावा किया कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया और उस बयान के बाद से ही उनके परिवार को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. वहीं अब बीजेपी ने नूपुर शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया है.
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