UP Politics: भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद (Bhim Army Chief Chandrashekhar) भले ही बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) की अध्यक्ष मायावती (Mayawati) को अपनी राजनीतिक गुरू बताते हुए नहीं थकते हैं लेकिन बसपा उन्हें लेकर उतनी खुश नहीं हैं. चंद्रशेखर ने कई बार खुले मंच बसपा सुप्रीमो का तारीफ की है, लेकिन मायावती की ओर से कभी ऐसी प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली. इस बीच मध्य प्रदेश पहुंचे मायावती के भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) ने तो उन्हें पहचानने से ही इनकार कर दिया. यहीं नहीं उन्होंने कहा कि वो किसी को नहीं जानते, ऐसे छोटे-मोटे लोगों के लिए उनके पास समय ही नहीं है.  


दरअसल बहुजन समाज पार्टी मध्य प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है. इसी को देखते हुए मायावती के भतीजे आकाश आनंद के नेतृत्व में बसपा ने भोपाल में अपना शक्ति प्रदर्शन किया. इस दौरान आकाश आनंद ने एक निजी यूट्यूब चैनल से बात करते हुए बसपा की आगे की रणनीति को लेकर बात की. उन्होंने बसपा को भाजपा की बी टीम बताने पर कहा कि जिनको जो प्रोपेगेंडा फैलाना है वो अपना काम कर रहे है. वहीं विपक्षी दलों की बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि बसपा हमेशा अकेले लड़ती आई है.  


चंद्रशेखर से पहचानने से किया इनकार


आकाश आनंद से जब ये सवाल किया गया कि क्या आप भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर चुनौती के तौर पर देखते हैं, तो उन्होंने कहा...कौन भीम आर्मी, हम नहीं जानते ऐसी किसी चीज को. आकाश आनंद ने चंद्रशेखर को पहचानने से ही इनकार कर दिया और कहा कि ऐसे छोटे-मोटे लोगों के लिए हमारे पास समय नहीं है. हमारी अपनी जनता इतनी है, इतने लोग है जिनके लिए हमें काम करने की जरुरत है और हम अपना काम कर रहे हैं. 


आपको बता दें कि इससे पहले चंद्रशेखर बसपा सुप्रीमो मायावती को अपना राजनीतिक गुरू बता चुके हैं. उन्होंने कहा कि वो दूर रहकर ही उनसे बहुत कुछ सीख रहे हैं. हम दोनों अलग-अलग होने के बावजूद विचारधारा में एक साथ हैं. यही नहीं उन्होंने मायावती के संघर्ष और लड़ाई की भी सराहना करते हुए कहा कि एक महिला होने के नाते उनका रास्ता आसान नहीं था. उन्होंने हमेशा मायावती को एक राजनीतिक गुरू होने के नाते आदर और सम्मान देने की बात कही थी. 


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