Agra Mental health institute News: आगरा के मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में एक मानसिक रोगी पहुंचा, जिसका इलाज किया गया. इलाज के बाद धीरे-धीरे जब व्यक्ति स्वस्थ होने लगा तो उस व्यक्ति से उसके परिवार और क्षेत्र के बारे में जानकारी ली गई पर पीड़ित व्यक्ति हिंदी नहीं बोल पा रहा था और अपनी भाषा में मराठी शब्दों का प्रयोग कर रहा था.


जिसके बाद मानसिक स्वास्थ्य संस्थान ने भाषा के आधार पर क्षेत्र को ट्रैक किया तो पता चला कि मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्ति महाराष्ट्र के पालघर क्षेत्र का रहने वाला है. जिसके बाद मानसिक स्वास्थ्य संस्थान ने महाराष्ट्र पुलिस की मदद से रोगी के परिवार को तलाशा कर लिया और मानसिक रोगी के परिजनों तक पहुंच गए.


मानसिक रोगी के परिजनों ने किया डॉक्टरों को धन्यवाद 


मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्ति करीब 4 साल पहले अपने परिवार से बिछड़ गया था और परिवार ने उस व्यक्ति की गुमसुदी स्थानीय थाने में दर्ज कराई थी. अचानक से पीड़ित व्यक्ति के मिल जाने की खुशी परिवार को बहुत हुई क्योंकि वह परिवार उसके जीवित होने तक की उम्मीद खो चुका था और जब उन्हें पता चला कि व्यक्ति जीवित है और आगरा के मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में उसका इलाज चल रहा है तो परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. परिवार ने मानसिक स्वास्थ्य संस्थान के डॉक्टर को धन्यवाद किया.


ऐसे लगाया गया पीड़ित व्यक्ति के परिवार का पता 


मानसिक स्वास्थ्य संस्थान ने महाराष्ट्र की स्थानीय पुलिस की मदद से पीड़ित व्यक्ति के परिवार का पता लगाया और जब व्यक्ति के परिजनों को उसके गुम हुए सदस्य के बारे में बताया गया तो सब चौंक गए, क्योंकि वह अपने की जीवित होने उम्मीद तक छोड़ चुके थे, लेकिन ऐसे में अचानक उसक जीवित होने की खबर मिली तो परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं था.


जो व्यक्ति परिवार से बिछड़ गया था और मानसिक रूप से पीड़ित था अब वह दादा भी बन चुका है. यानी कि पीड़ित व्यक्ति के बेटे की शादी हो गई और वह दादा बन चुके हैं. यह खुशी भी एक अलग एहसास कर रही थी. मानसिक स्वास्थ्य संस्थान की पहल से मानसिक रोगी परिवार के संपर्क में पहुंच सका. पीड़ित व्यक्ति के परिवार ने मानसिक स्वास्थ्य संस्थान को धन्यवाद दिया और मानसिक स्वास्थ्य संस्थान की इंसानियत की मिसाल की जमकर तारीफ की है.


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