Mukhta Ansari News: गाजीपुर के चर्चित उसरी कांड (Usari Case) मामले में आज मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) का एमपी एमएलए कोर्ट में पेशी होना था लेकिन पिछली बार की तरह इस बार भी मुख्तार अंसारी की पेशी नहीं हो पाई. इस मामले में घटना के चश्मदीद अफरोज उर्फ चुन्नू को कोर्ट में पेश किया गया. अफरोज ने बृजेश सिंह (Brijesh Singh), त्रिभुवन सिंह, अनिल सिंह की पहचान की बात कोर्ट को बताई. 


मुख्तार अंसारी के पेशी को लेकर शासकीय अधिवक्ता ने मुख्तार अंसारी का वाराणसी बाराबंकी और रोपड़ के कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी होने के चलते पेश न होने की वजह बताया था तो वहीं मुख्तार अंसारी के वकील ने उनकी बातों को खारिज करते हुए कहा कि इस बार भी बांदा जेल के जेलर ने पुलिस सुरक्षा गार्ड उपलब्ध न होने के चलते मुख्तार अंसारी को पेश नहीं किया गया जो अपने आप में कई तरह के सवाल पैदा करता है. 


मुख्तार अंसारी के वकील ने लगाया आरोप


मुख्तार अंसारी के वकील लियाकत अली ने बताया कि बांदा से गाजीपुर का दूरी 450 किलोमीटर है. जिसके चलते सुरक्षा के लिहाज से सड़क मार्ग से इतनी लंबी यात्रा करना खतरों से भरा हुआ है, जिसको लेकर पूर्व में सुरक्षा के लिए माननीय कोर्ट में अपील की गई है. 

दरअसल आज गाजीपुर के चर्चित उसरी कांड मामले में मुख्तार अंसारी की बांदा जेल से गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट में पेशी होनी थी, लेकिन आज उनकी वाराणसी बाराबंकी और रोपड़ के कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी होनी थी, जिसकी वजह से मुख्तार अंसारी गाजीपुर के एमपी एमएलए कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश नहीं हो सके.


शासकीय अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में अगली तारीख 23 जनवरी पड़ी है. वहीं उन्होंने बताया कि इस मामले में अफरोज नाम के गवाह ने अपनी गवाही दी और बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह की पहचान की है. 


क्या है उसरी चट्टी केस


दरअसल ये मामला 15 जुलाई 2001 का है जब मोहम्मदाबाद के उसरी चट्टी पर मुख्तार अंसारी के काफिले पर हमला हुआ था. ये हमला बाहुबली नेता बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह और उनके साथियों के द्वारा हमला कराने का आरोप है. इस हमले में 2 लोगों की मौत हो गई थी


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