Kanpur News: परिवहन विभाग की ओर से अच्छी पहल, अब आम लोगों को मिल सकेंगे गाड़ियों के VIP नंबर
Kanpur News: वाहनों के शौकीन लोगों के लिए अच्छी खबर है परिवहन विभाग जल्द ही ऐसे फ्रीज़ नंबर्स को सामान्य करने जा रहा है जिसके बाद आम लोगों को भी VIP नंबर आसानी से मिल सकेंगे.
VIP And VVIP Number Plate: वाहनों के शौकीन लोगों में गाड़ी के नंबर (Vehicle Number) को लेकर काफी क्रेज देखने को मिलता है, लेकिन VIP और VVIP नंबर्स की ऑनलाइन (Online) बिडिंग प्रक्रिया में उनके हाथ वो गाड़ी नंबर नहीं लग पाता जिसे वो हासिल करना चाहते हैं. ऐसे लोगों के लिए बहुत अच्छी खबर है. परिवहन विभाग जल्द ही ऐसे फ्रीज़ नंबर्स को सामान्य करने जा रहा है जिसके बाद आम लोगों को भी VIP नंबर आसानी से मिल सकेंगे.
आम लोगों को भी मिल सकेंगे वीआईपी नंबर
सब कुछ ठीक रहा तो आम लोग भी वीवीआईपी और वीआईपी नंबर अपने वाहनों के रजिस्ट्रेशन के साथ प्लेट पर लिखवा सकेंगे. वो भी बिना ऊंची कीमत चुकाए हुए. यह संभावना उस प्रस्ताव के बाद बनी है, जिसमें कहा गया है कि कानपुर के ऐसे करीब 1000 VIP नंबर रिहा कर दिया जाए जो अब तक फ्रीज रहे हैं. ये नंबर 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 और 10 समेत एक सीरीज में करीब 250 होते हैं. दरअसल जिन विशिष्ट और अति विशिष्ट नंबरों की ऑनलाइन बोली में आवंटन नहीं होता है उसे फ्रीज कर दिया जाता है. बड़ी संख्या में ऐसे नंबरों को आम नंबर में बदलने के लिए परिवहन मुख्यालय स्तर पर बैठक हो चुकी है.
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वीआईपी नंबरों को सामान्य करने प्रक्रिया शुरू
साल 2019 के पहले वीआईपी और वीवीआईपी नंबर परिवहन अफसरों के रहमो करम पर अतिरिक्त शुल्क के आधार पर आवंटित किए जाते थे. लेकिन कई तरह के विरोध सामने आने पर इस प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया. इस कारण से नवंबर 2019 से विशिष्ट और अति विशिष्ट नंबरों की ऑनलाइन बोली के जरिए आवंटित करने की व्यवस्था लागू हुई. इसके लिए चहेते नंबर पाने के लिए लोग लाखों रुपये तक कि रकम चुकाते आये हैं. ऑनलाइन में अधिक कीमत की वजह से बड़ी संख्या में नंबर बंद हो गए इसलिए मुख्यालय स्तर पर कुछ वीआईपी और वीवीआईपी नंबरों को सामान्य करने की पहल शुरू हो गई है.
अफसरों का मानना है कि बड़ी संख्या में नंबर सामान्य श्रेणी में कन्वर्ट होंगे उनका आवंटन भी होगा. इस वजह से कुछ को छोड़ बाकी नंबरों को सामान्य क्लास में कन्वर्ट करने की योजना बनी है. एक सीरीज में 9999 नंबर होते हैं, इसका मतलब हर सीरीज में 275 नंबर फ्रीज हो रहे हैं.
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