Pilibhit Cold Weather: यूपी के पीलीभीत (Pilibhit) में आए दिन बाघों के खुलेआम खेतो में विचरण करने की तस्वीरें आए दिन वायरल हो रही हैं, आलम यह है कि किसानों को अपने खेतों पर काम करना मुश्किल हो गया है. ऐसे में वन विभाग की टीम लगातार टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) से सटे गांव में जाकर बाघ मित्रों के सहारे जागरूक कर उन्हें सावधानी बरतने की चेतावनी देकर सुरक्षित रहने के टिप्स दे रही है. वन्य जीव एक्सपर्ट्स का कहना है कि बढ़ती ठंड की वजह से बाघों के गद्दीदार पैरों की विवाई फट जाती है जिसकी वजह से बाघ जंगल से बाहर की ओर रुख कर रहे हैं.
हाल ही में पीलीभीत के गजरौला थाना क्षेत्र में खुलेआम बाघ को खेतों में घूमते देखा गया. यहां की माला रेंज में खेत पर राजेश विश्वास नाम का किसान काम कर रहा था तभी उसके सामने वनराज आ गया, जिसे देखकर वो बुरी तरह घबरा गया. राजेश विश्वास दबे पांव वहां से उल्टा लौटा और सुरक्षित जगह पर आकर छुप गया, वहां से उसने फोन से खेतों में विचरण करते हुए इस बाघ का वीडियो बना लिया, और पूरे मामले की सूचना वन विभाग को दे दी. जिसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गांववालों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए. वन विभाग ने लोगों को झुंड बनाकर शोर मचाते हुए खेतों में जाने की गुजारिश की.
खेत में बाघ दिखने से दहशत
वन्यजीव एक्सपर्ट्स के मुताबिक बढ़ती ठंड की वजह से बाघ अक्सर जंगल से निकल खेत की ओर आ जाते हैं. इन दिनों जंगल के बीच कटीली घास और खुखरी मिट्टी पर बाघ चलने में अक्षम हो जाते हैं इस वजह से खेतों की ओर भुरभुरी गुदगुदी मिट्टी की तरफ या गन्ने में ठंड से बचने के लिए आ जाते हैं.
वन्य जीव प्रेमी अमिताभ अग्निहोत्री ने बताया कि इन दिनों जंगल के भीतर घास यानी ग्रासलैंड, जो बाघ का घर होता है वो कम हो जाता है जिसके चलते बाघ जंगल से बाहर खेतों की ओर रुख करने लगते हैं. या यूं कहें कि ठंड की वजह से हिरण, सुअर आदि जंगल से बाहर की ओर मैदानी इलाकों में रुख करते हैं जिनके शिकार के पीछे बाघ भी मैदानी इलाकों में निकल आता है. इसके साथ ही जंगलों में घास होने की वजह से बाघों के पैर में बीमारी हो जाती है इसकी वजह से भी वो मैदानी इलाकों की ओर रुख करते हैं.
वन्य जीव प्रेमी अमिताभ अग्निहोत्री ने बताया कि इन दिनों जंगल के भीतर घास यानी ग्रासलैंड, जो बाघ का घर होता है वो कम हो जाता है जिसके चलते बाघ जंगल से बाहर खेतों की ओर रुख करने लगते हैं. या यूं कहें कि ठंड की वजह से हिरण, सुअर आदि जंगल से बाहर की ओर मैदानी इलाकों में रुख करते हैं जिनके शिकार के पीछे बाघ भी मैदानी इलाकों में निकल आता है. इसके साथ ही जंगलों में घास होने की वजह से बाघों के पैर में बीमारी हो जाती है इसकी वजह से भी वो मैदानी इलाकों की ओर रुख करते हैं.
बदलते मौसम के परिवर्तन के चलते इन दिनों बाघों ने जंगल छोड़कर मैदानी इलाके का रुख कर लिया है, लेकिन इसकी वजह से खेतों में काम करने वाले किसानों की समस्या बढ़ गई है. पहले तो सिर्फ बाघ का खतरा रहता था लेकिन इन दिनों गेंहू और गन्ने के खेत में बाघ के घूमने की खबर से किसानों में दहशत का माहौल है.
ये भी पढ़ें- Dehradun News: अचानक रैन बसेरों का निरीक्षण करने पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी, जरुरतमंदों को बांटे कंबल