Pilibhit News: पीलीभीत (Pilibhit) में बीती रात ड्यूटी खत्म कर घर लौट रहे युवक की लोगों ने बच्चा चोर समझकर पिटाई कर दी. पीड़ित किसी तरह लोगों के चंगुल से छूटकर थाने पहुंचा और उसने आपबीती पुलिस (Police) को बताई. लेकिन हैरानी की बात है कि थानाध्यक्ष नरेश त्यागी ने पीड़ित को ही थाने में बंद कर दिया. परिजनों को जब इसकी खबर मिली तो वो भी थाने पहुंच गए, लेकिन उनके साथ भी अभद्रता कर भगा दिया गया. जिसके बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई. तब कहीं जाकर पीड़ित युवक को मेडिकल परीक्षण (Medical Test) के लिए जिला अस्पताल (Hospital) ले जाया गया.
  

 

बच्चा चोर समझकर युवक की पिटाई

ये घटना थाना कोतवाली क्षेत्र के खाकरा चौकी के पास की है. पुलिस अब इस बारे में कुछ भी बोलने से बचती दिखाई दे रही हैं. दरअसल बीती रात शलभ सक्सेना अपने दोस्त रोहित खरोसा के साथ काम खत्म कर लौट रहे थे. इसी बीच मोहल्ले के लोगों ने दोनों युवकों को बच्चा चोर कहकर घेर लिया और उनकी जमकर पिटाई कर दी. जब घायल युवक भीड़ के चंगुल से छूट कर थाने पहुंचा और पुलिस को आपबीती बताई तो पुलिस ने उसे ही हवालात में बंद कर दिया. 

 

पुलिस ने पीड़ित को ही हवालात में डाला

इस बात की खबर जैसे ही पीड़ित युवक के परिजनों को लगी वो कोतवाली जा पहुंचे और पुलिस से अपने बेटे को छोड़ने की गुहार लगाई. लेकिन पुलिसवालों ने उनके साथ अभद्रता की और कोतवाली से भगा दिया. जिसके बाद पीड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाने पहुंच गया. पुलिस अधीक्षक ने उनकी पूरी बात सुनी. पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कोतवाली थानाध्यक्ष त्यागी ने पीड़ित को उपचार के लिए जिला अस्पताल भिजवाया और मामले की कार्रवाई शुरू करते हुए परिजनों को न्याय का भरोसा दिलाने की बात कही. 


 

कब होगी दोषियों पर कार्रवाई?

इस घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस ने पीड़ित को अभी तक नहीं छोड़ा है. जिसकी वजह से परिजन काफी परेशान हैं और लगातार थाने के चक्कर लगा रहे हैं. वहीं इस पूरी घटना को लेकर अब व्यापार मंडल में भी कोतवाली पुलिस के इस रवैया को लेकर रोष बढ़ रहा है. इस मामले पर सीओ सदर सतीश ने कहा कि इस मामले की जांच वो खुद संभाल रहे हैं, इसके साथ ही उन्होंने दोषियों पर जल्द कार्रवाई का भरोसा भी दिलाया. 

 

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