मेरठ को बनाया जाएगा 'प्लास्टिक-मुक्त' शहर, 8 वार्डों में बनाए जाएंगे पॉलिथीन बैंक
Meerut News: मेरठ को गंदगी से बचाने के लिए एक नए तरकीब पर सोच विचार किया जा रहा है. इसको लेकर आज बोर्ड की बैठक हुई, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए हैं. इन्हीं में से एक है पॉलीथिन बैंक.
UP News: मेरठ कैंट में पॉलीथिन के निस्तारण का नया तरीका खोजा गया है. अब कैंट में पॉलिथीन बैंक स्थापित होंगे और पॉलिथीन के इस कचरे को कैंट बोर्ड खरीदेगा, जिससे ईंट और टाइल्स बनेगी. इससे स्वच्छ कैंट का सपना साकार होगा और कैंट में पॉलिथीन की वजह से नाले नालियां चौक नहीं होंगे. कैंट बोर्ड में बैठक में इस प्रस्ताव को हरीझंडी दे दी गई.
नए कैंट बोर्ड अध्यक्ष कमांडर ब्रिगेडियर निखिल देश पांडे की अध्यक्षता में कैंट बोर्ड की बैठक हुई थी. सीईओ ज्योति कुमार ने कई प्रस्ताव रखे. इनमें पॉलिथिन पर भी चर्चा हुई. कैंट बोर्ड अध्यक्ष ने पॉलीथिन पर नाराजगी जता दी. इस पर निर्णय लिया गया कि कैंट बोर्ड के जो आठ वार्ड हैं उनमें पॉलिथिन बैंक स्थापित किए जाएं.
मेरठ में पॉलिथिन बैंक होगा ओपन
इन पॉलीथिन बैंक में लोग अपने घरों से निकली पॉलिथीन बेच सकेंगे और उन्हें पैसे भी मिलेंगे. इसका क्रय शुल्क क्या होगा इस पर भी जल्द निर्णय ले लिया जाएगा. पॉलिथिन बैंक से इकट्ठा की गई पॉलिथीन को कैंट बोर्ड किसी एजेंसी को बेच देगा, जिससे ईंट और टाइल्स बनेगी.
देहरादून ने किए हैं अपने यहां पॉलीथिन बैंक
कैंट बोर्ड मेरठ के सीईओ ज्योति कुमार ने देहरादून का उदाहरण दिया कि वहां पर पॉलिथीन बैंक स्थापित किए गए हैं. लोगों का बड़ा अच्छा सहयोग मिल रहा है और ये प्रयास वहां सफल हो रहा है. पॉलिथीन से ईंट और टाइल्स बनाई जा रही है. यहां भी पॉलीथिन बैंक स्थापित होने का बड़ा फायदा होगा और जन सहयोग बढ़ाने की जरूरत है. यहां भी पॉलिथिन से ईंट और टाइल्स बनेंगी. एक एजेंसी निर्धारित कर दी जाएगी और उसे पॉलिथीन बेच दी जाएगी.
कैंट में 60 तन कूड़ा होता है उत्सर्जित
मेरठ कैंट बोर्ड में करीब 60 तन कूड़ा हर रोज उत्सर्जित होता है, इसमें करीब 40 प्रतिशत पॉलिथीन और प्लास्टिक कचरा होता है. अभी लोग पॉलीथिन को नाले नालियां में डालते हैं, जिससे नाले नालियां चौक हो जाते हैं. सफाई में भी दिक्कत आती है और कई बार सड़कों पर भी गंदा पानी आ जाता है. पॉलिथीन बैंक बनने के बाद और जनता का सहयोग मिलने के बाद तस्वीर बदल जाएगी.
कैंट बोर्ड की बैठक में कई और महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास किए गए. इनमें सूखे पत्ते इकट्ठा करने को मशीन खरीदी जाएगी. बंद पड़े वाटर एटीएम ठीक कराएं जाएंगे. राजस्थान की एजेंसी को 12 लाख रुपए में वाटर एटीएम ठीक करने काम सौंपा गया है. अवर अभियंता अवधेश यादव पर लगी पेनल्टी को माफ कर दिया गया. सेंट मेरीज स्कूल का नक्शा पास कर दिया गया.
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