Ballia News: भलुही में पूर्व प्रधान की हत्या करने वाले शख्स को पुलिस ने मुठभेड़ में दबोचा, बताई हत्या की वजह
UP News: आरोपी ने बताया कि उसे शक था कि उसकी संपत्ति के बंटवारे में मृतक ने उसके भाई का साथ दिया है. इसके अलावा उसे लगा कि चोरी के एक मामले में उसके बेटे को जेल भेजने में उसका ही हाथ है.
Ballia Crime: यूपी के बलिया (Ballia) में एक सप्ताह पहले हुए एक पूर्व ग्राम प्रधान (Purv Pradhan) के ब्लाइंड मर्डर का पुलिस ने आज खुलासा कर दिया. हत्या को अंजाम देने वाले अभियुक्त को पुलिस ने आज मठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है. मुठभेड़ के दौरान अभियुक्त के दाहिने पैर में गोली लगी जिससे वह घायल हो गया. फिलहाल उसका ईलाज जिला चिकित्सालय में चल रहा है.
इस वजह से की पूर्व प्रधान की हत्या
पुलिस ने हत्या का कारण बताते हुए कहा कि आरोपी के भाई के साथ हुए संपत्ति के बंटवारे में पूर्व प्रधान ने जानबूझकर उसके भाई के पक्ष में समझौता कराया था. इसके अलावा गांव में हुई एक चोरी में उसके बेटे को जेल जाना पड़ा था. आरोपी ने बताया कि उसके शक था कि उसके बेटे को जेल भेजने में पूर्व ग्राम प्रधान का ही हाथ है, जिससे आक्रोशित होकर उसने उसने ग्राम प्रधान की हत्या कर दी. पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल हुए चापड़ को भी बरामद कर लिया है.
बता दें कि 14 नंवबर 2022 की रात सूखपुरा थाना क्षेत्र के भलुही में घर पर सोते हुए पूर्व ग्राम प्रधान हृदयनारायण सिंह की चापड़ से उसकी गर्दन पर वार कर हत्या कर दी गई थी. वहीं हत्यारोपी का नाम मुन्ना राजभर बताया जा रहा है. यह ब्लाइंड मर्डर केस पुलिस के लिए एक चुनौती बन गया था, मामले की जांच के लिए पुलिस की पांच टीमों का गठन किया गया था, आखिरकार पुलिस को हत्यारोपी तक पहुंचने में सफलता मिली.
क्या बोले पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक राजकरण नैयर ने बताया कि घटना के मुख्य अभियुक्त गिरफ्तार को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार करते समय अभियुक्त द्वारा पुलिस टीम पर फायरिंग की गई, आत्मरक्षा में पुलिस ने भी आरोपी पर फायरिंग की और उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि मृतक ने उसके भाई के बीच संपत्ति के विवाद में समझौता और बंटवारा कराने की कोशिश की गई थी जिसमें अभियुक्त को शक था कि मृतक ने उसके भाई के पक्ष में बटवारा किया है. उसे संदेह था कि मृतक पूर्व प्रधान ने जानबूझकर उसके भाई की मदद की. इसी तरह से उसका बेटा चोरी के एक मुकदमे में जेल गया था उसमें भी उसको लगता था कि इसमें भी मृतक का हाथ था. इसी से क्षुब्ध होकर आक्रोश में उसने घटना को अंजाम दिया.