Fatehppur Religious Conversion Case: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में धर्मांतरण (Religious Conversion) के मामले में एक और नया मोड़ आया है, जहां पुलिस चर्च में धर्मांतरण के आरोपियों को एनबीडब्ल्यू जारी करते हुए तलाश में जुटी हुई थी, इस बीच अब सदर कोतवाली पुलिस द्वारा मिशन हॉस्पिटल और चर्च कमेटी को नोटिस भेजा गया है और चर्च के रजिस्ट्रेशन समेत बैंक अकाउंट व बाहरी फंडिंग के बारे में दी जानकारी मांगी गई है. सदर कोतवाल अमिय मिश्रा ने बताया कि चर्च और मिशन हॉस्पिटल को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया गया है. जवाब न देने पर एक और मुकदमा दर्ज किया जाएगा.


धर्मांतरण मामले में नया मोड़


सदर कोतवाली पुलिस ने इस मामले में पादरी समेत 15 लोगों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है. जबकि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. पुलिस के मुताबिक इस मामले में 41 लोगों के विरुद्ध एनबीडब्ल्यू जारी करते हुए उनकी गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है. नोटिस में पांच-पांच बिंदुओं में जवाब तलब किया गया है. प्रथम बिंदु पर संस्था कब रजिस्टर्ड हुई, किन-किन मतों में पैसा खर्च करती है, अब तक कितने लोगों का लीगल धर्म परिवर्तन करा चुकी है उनका नाम और नंबर की जानकारी, बाहरी फंड कहां से आ रहे हैं और जिनका धर्म परिवर्तन करवाया गया है.  

इस पूरे मामले पर डीएसपी सिटी वीर सिंह ने कहा कि आज से करीब 6 महीने पहले थाना कोतवाली फतेहपुर में एक अभियोग पंजीकृत हुआ था, इसमें ऐसे अभियुक्तों के खिलाफ अभियोग था जिसमें भोले भाले लोगों को उनके फर्जी डॉक्यूमेंट्स बनाकर के उनका धर्म परिवर्तन कराया गया था. इस अभियोग में 35 आदमी नामजद थे और 20 व्यक्ति अज्ञात थे. उन 20 अभियुक्तों की पहचान कर ली गई है. अब तक इसमें 55 लोग प्रकाश में आ चुके हैं, जिसमें से 14 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. इनके खिलाफ एनबीडब्ल्यू की कार्रवाई कर ली गई है, शीघ्र ही उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जाएगी. 


जानें क्या है मामला?


दरअसल फतेहपुर जिले के कोतवाली क्षेत्र के हरिहरगंज स्थित इवेजलिकर चर्च ऑफ इंडिया में सामूहिक धर्मांतरण का मामला 15 अप्रैल 2022 को सामने आया था. हिंदू संगठनों वीएचपी और बजरंग दल के हंगामे को बाद तत्कालीन सीओ सिटी डीसी मिश्रा ने खुद मजिस्ट्रेट के मौजूदगी में पुलिस टीम के साथ चर्च में छापेमारी की थी. छापेमारी में चर्च से बड़ी रकम के साथ ही सैकड़ों लोग मिले थे. आरोप है कि गरीबों को पैसों का लालच देकर जबरन धर्मांतरण कराया गया है.


ये भी पढ़ें- UP Bypolls: यूपी उपचुनाव में किधर जाएगा मायावती का वोटर? BSP सांसद दानिश अली ने दिया जवाब