Pratapgarh News: यूपी के प्रतापगढ़ (Pratapgarh) में फरियादी से बर्बरता करना एसओ (SO) समेत बीट पुलिस टीम को भारी पड़ गया. एसपी ने फरियादी के साथ बर्बरता करने वाली पूरी टीम को निलंबित कर दिया है. पुलिस के गैरजिम्मेदाराना रवैये की वजह से एसओ को लाइन हाजिर कर किया गया है. ये मामले यहां के उदयपुर थाने का है जहां एसपी ने ये बड़ी कार्रवाई की है.
फरियादी से बर्बरता पड़ी भारी
बताया जा रहा है कि तकरीबन पांच दिन पहले दो लोगों के बीच मामूली विवाद के बाद एक युवक को उदयपुर थाने की पुलिसोने हिरासत में ले लिया था, जिसके बाद पीड़ित के परिजन थाने पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बदसलूकी शुरू कर दी. पीड़ित और परिजनों ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने परिजनों की बर्बरता पूर्वक पिटाई कर दी. पीड़ित पक्ष के दलित होने की वजह से भीम आर्मी सक्रिय हो गई और संगठन के सदस्यों ने इस बात की शिकायत पुलिस अधीक्षक से कर दी.
एसपी ने किया पुलिस टीम को निलंबित
पुलिस अधीक्षक सतपाल एंटिल ने बताया कि फरियादी से दुर्व्यवहार की शिकायत लगभग पांच दिन पहले मिली थी. जिसके बाद इस मामले को गंभीरता से लिया गया और सीओ लालगंज राम सूरत सोनकर को मामले की जांच सौप दी. सीओ लालगंज की जांच रिपोर्ट पर दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों उप निरीक्षक प्रमोद यादव, हेड कांस्टेबल संतोष कुमार, कांस्टेबल रवि प्रकाश यादव व राम प्रकाश को जनता से दुर्व्यवहार, अनुचित बल प्रयोग व आम जनमानस में पुलिस विभाग की छवि धूमिल करने का दोषी पाया गया.
इस जांच के बाद पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से सभी दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. साथ ही सभी के विरुद्ध विभागीय कार्यवाई का आदेश दिया गया है. इसी मामले में थानाध्यक्ष उदयपुर एहसानुल हक़ को लापरवाही पाए जाने पर लाइन हाजिर कर दिया गया है.
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