Prayagraj News: यूपी की योगी सरकार प्रयागराज (Prayagraj) में माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) के कब्ज़े से खाली हुई ज़मीन पर गरीबों के लिए सस्ते दाम पर जो आशियाने बनवा रही है, उसे पाने के लिए लोगों में जबरदस्त होड़ मची हुई है. प्रयागराज विकास प्राधिकरण (Prayagraj Development Authority) इस ज़मीन पर 76 फ़्लैट बनवा रहा है, जिसे पाने के लिए अब तक 6 हज़ार से ज़्यादा लोग आवेदन कर चुके हैं. यानी एक -एक फ़्लैट पर 80 से ज़्यादा दावेदार सामने आ चुके हैं. इन फ्लैट्स के लिए इतने ज्यादा आवेदन आ चुके हैं कि विभाग की अंतिम तारीख बढ़ाने की हिम्मत नहीं जुट रहा. हालांकि उम्मीद है कि 24 घंटे के लिए आवेदन का एक और मौका देने की कोशिश की जाएगी. 

 

अतीक अहमद की जमीन पर घर पाने की होड़

बहरहाल माफिया अतीक अहमद के कब्ज़े से खाली हुई ज़मीन पर अपने सपनों का आशियाना पाने के लिए लोगों में जिस तरह का क्रेज़ नज़र आ रहा है, उसके बाद से विकास प्राधिकरण ने दूसरे माफियाओं के कब्ज़े वाली ज़मीनों पर भी इसी तरह की योजनाएं शुरू करने की तैयारी कर दी है. अतीक के कब्ज़े से खाली हुई ज़मीन पर सालाना तीन लाख से कम आमदनी वालों को फ़्लैट सिर्फ साढ़े तीन लाख रूपये में मिल जाएंगे. बेहद कम कीमत होने की वजह से ही यहां फ़्लैट पाने के लिए लोगों में मारामारी मची हुई है. छिहत्तर फ़्लैट के लिए कुल 6071 लोगों ने आवेदन किया है.

 

गरीबों के लिए बनाए जा रहे हैं घर

गौरतलब है कि यूपी की योगी सरकार सूबे में माफियाओं के कब्ज़े से खाली हुई ज़मीन पर गरीबों के लिए सस्ते मकान बनवा रही है. इसकी शुरुआत संगम नगरी प्रयागराज में माफिया घोषित किये गए पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद के कब्ज़े से खाली हुई ज़मीन से की गई है. प्रयागराज के लूकरगंज इलाके में बन रहे ये फ़्लैट सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में एक है. खुद सीएम योगी ने पिछले साल 26 दिसंबर को इस प्रोजेक्ट का भूमि पूजन कर शिलान्यास किया था. 

 

76 फ्लैट्स के लिए 6000 आवेदन

प्रयागराज में यह प्रोजेक्ट शहर के बीचो-बीच लूकरगंज इलाके में बन रहा है. इस ज़मीन पर डेढ़ साल पहले तक माफिया अतीक अहमद का कब्ज़ा था. लेकिन  सरकारी अमले ने बुलडोजर से इसे धराशायी कर दिया था. पूर्व मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह की पहल पर योगी सरकार ने माफियाओं के कब्ज़े से खाली हुई ज़मीन पर गरीबों के लिए सस्ते आशियाने बनाए जाने की शुरुआत इसी प्रोजेक्ट से की थी. विकास प्राधिकरण को इस जगह छिहत्तर फ़्लैट बनने हैं. निर्माण का काम शुरू भी हो चुका है. दिसंबर तक प्रोजेक्ट तैयार हो जाने की उम्मीद है.


 

साढ़े तीन लाख से कम आमदनी वालों को फ्लैट्स

इस जगह फ़्लैट पाने के लिए ज़रूरतमंदों को ऑनलाइन आवेदन करना था. सालाना तीन लाख से कम की आमदनी वाले लोग ही आवेदन कर सकते थे. तमाम शर्तें होने के बावजूद छह हज़ार से ज़्यादा आवेदन हो चुके हैं. आवेदन करने वाले लोगों का कहना है कि शहरी इलाके में सिर्फ साढ़े तीन लाख रूपये में फ़्लैट सिर्फ मोदी और योगी की सरकारें ही दे सकती हैं. इससे गरीबों के सस्ते आशियाने का सपना पूरा होगा.

 

विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अरविंद सिंह चौहान के मुताबिक़ प्रोजेक्ट को हर हाल में अपने तय समय दिसंबर में पूरा किया जाएगा. बड़ी संख्या में आवेदन होने से पहले सभी फार्मों का सूडा से सत्यापन कराया जाएगा. इसके बाद फ्लैट्स का आवंटन लॉटरी के जरिए किया जाएगा. 

 

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