Prayagraj News: बीवी पैसे लेकर ना भाग जाए इसलिए नहीं की शादी, भीख मांगकर करता था गुजारा, मरने के बाद पता चला खाते में थे 70 लाख
संगम नगरी प्रयागराज के जिला अस्पताल में तैनात करोड़पति स्वीपर धीरज कुमार की टीबी की बीमारी से मौत हो गई. धीरज के मौत के बाद पता चला कि धीरज के खाते में 70 लाख रुपये थे.
UP News: प्रयागराज के अस्पताल में सफाई कर्मचारी धीरज की रविवार की तड़के ट्यूबरक्लोसिस से मौत हो गई. उनके परिवार में उनकी 80 वर्षीय मां हैं. धीरज के पिता भी उसी अस्पताल में सफाई कर्मचारी थे और उनकी मृत्यु के बाद धीरज को नौकरी मिल गई थी. किसी अजीब कारण से, पिता और पुत्र दोनों ने कभी भी अपने वेतन खाते से एक भी पैसा नहीं निकाला था.
दोस्त ने कहा- धीरज कभी खाते से नहीं निकालते थे पैसे
मृतक के एक दोस्त ने बताया, "धीरज ने कभी भी अपने खाते से पैसे नहीं निकाले. वह और उनकी मां बाद की पेंशन पर जीवित रहे और अगर उन्हें पैसे की जरूरत होती, तो वह दोस्तों, कार्यकर्ताओं और यहां तक कि बाहरी लोगों से भी मांगते थे. उनके खाते में 70 लाख रुपये से अधिक है."
पैसे को लेकर की जा चुकी है पूछताछ
कुछ महीने पहले, कुछ अधिकारी धीरज से पैसे के बारे में पूछताछ करने आए और उन्होंने अपने स्पष्टीकरण से उन्हें संतुष्ट किया. दोस्त ने कहा, "उसने शादी नहीं की क्योंकि उसे डर था कि महिला उसके पैसे लेकर भाग जाएगी. वह हर साल आयकर रिटर्न भी दाखिल करते थे."
बैंक कर्मचारियों ने की थी पैसे निकालने की अपील
बताया जा रहा है कि कुछ महीने पहले बैंक के कर्मचारियों ने उसके ऑफिस पहुंचकर सैलरी खाते से पैसा निकालने की अपील की थी. जिसके बाद लोगों को यह पता चला कि धीरज के खाते में 70 लाख से अधिक रुपये मौजूद हैं. मिली जानकारी के अनुसार धीरज अपने वेतन खाते से कभी पैसा निकालता ही नहीं था. वह लोगों से पैसे लेकर अपना खर्च चलाता था. अधिकारियों ने बताया कि धीरज ने दिसंबर 2012 में नौकरी शुरू की थी, लेकिन पूरी नौकरी में उसने वेतन को नहीं निकाला. विभागीय अधिकारी बताते हैं कि उसके पिता ने भी कभी खाते से पैसे नहीं निकाले थे.