UP Madarsa Weekly Off: उत्तर प्रदेश के मदरसों में अब जुमे के बजाय रविवार को छुट्टी किए जाने के प्रस्ताव को लेकर सियासी घमासान मच गया है. इस्लामी धर्म गुरुओं से लेकर विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की है तो वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने इसे लेकर यूपी सरकार पर हमला बोला है. यूपी में AIMIM के प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने कहा कि सरकार बहाने से सिर्फ दाढ़ी और टोपी वालों को ही टारगेट कर रही है. 


मदरसों में छुट्टी के दिन को बदलने के प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए एआईएमआईएम के प्रदेश प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने कहा कि "छुट्टियों का दिन बदले जाने से किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. जुमा हो या रविवार या फिर कोई और दिन... हर दिन अल्लाह का बनाया हुआ है. बीजेपी ने कोई दिन नहीं बनाया हुआ है, इसलिए इसे मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए. इसके साथ ही उन्होने कहा कि बीजेपी की सरकारें तमाम मुद्दों के बहाने दाढ़ी और टोपी वालों को टारगेट कर रही हैं. उनके मुताबिक कभी मदरसा तो कभी मस्जिद या कभी किसी दूसरे मुद्दे को लेकर मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है.


AIMIM नेता ने लगाया आरोप


मोहम्मद फरहान ने कहा कि मुसलमानों का वोट लेने वाली समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, आरजेडी या टीएमसी हो वो ऐसे मुद्दों पर चुप रहती हैं. वो मुसलमानों का वोट तो लेती हैं, लेकिन उनके ऐसे अधिकारों के बारे में चुप्पी साध कर रहती हैं. AIMIM प्रवक्ता ने साफ तौर पर कहा है कि यूपी विधानसभा में समाजवादी पार्टी के 36 मुस्लिम विधायक हैं लेकिन मुसलमानों पर होने वाले जुल्म पर वो हमेशा चुप्पी साधे रहते हैं. 


दरअसल उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड (UP Madarsa Board) को मदरसों में शुक्रवार के बजाय रविवार को साप्ताहिक छुट्टी किए जाने का प्रस्ताव सौंपा गया है. इस संबंध में आखिरी फैसला बोर्ड की जनवरी में आयोजित होने वाली बैठक में लिया जाएगा. इस मामले पर यूपी मदरसा शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद का कहना है कि मदरसों में काफी दिनों से साप्ताहिक छुट्टी को लेकर मदरसों से जुड़े लोगों की ओर से मांग भी की जा रही थी. हालांकि, बैठक में कई मदरसों के प्रतिनिधियों ने इस प्रस्ताव का विरोध भी किया.


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