(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Prayagraj News: राजाओं जैसे जीता है देश का सबसे बड़ा नटवरलाल, रहने-खाने पर रोजाना खर्च करता है 54 लाख रुपये
Prayagraj News: 66 हजार करोड़ के फर्जीवाड़े का आरोपी देश का सबसे बड़ा नटवरलाल राशिद नसीम लोगों के खून पसीने की कमाई अय्याशी में उड़ाता है. उसके खर्चे सुनकर आपके भी होश उड़ जाएंगे.
Prayagraj News: देश का सबसे बड़ा नटवरलाल कहा जाने वाला 66 हज़ार करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा करने वाली रियल स्टेट कंपनी शाइन सिटी का चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर राशिद नसीम मेहनतकश लोगों के खून-पसीने की कमाई को पानी की तरह बहाता और खुद राजा-महाराजाओं की तरह जिन्दगी गुजारता है. लाखों लोगों की जमा पूंजी पर डाका डालने वाला राशिद नसीम रोजाना सिर्फ अपने खाने-ठहरने, सिक्योरिटी व कारों के किराए पर 50 लाख से ज़्यादा का खर्च करता है. वो हर साल अपने ऊपर करीब दो अरब रुपये खर्च करता है. ये सब वो रकम है, जिसके बारे में ईओडब्लू और ईडी जैसी जांच एजेंसियों को जानकारी देकर उनके डाक्यूमेंट्स सौंपे गए हैं.
लोगों के पसीने की कमाई पर अय्याशी
शाइन सिटी के फर्जीवाड़े का शिकार हज़ारों लोगों का केस लड़ रहे इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील सत्येंद्र नाथ श्रीवास्तव ने जांच एजेंसियों को राशिद नसीम की अय्याशी का पूरा ब्यौरा तमाम डाक्यूमेंट्स के साथ सौंपा है. दस्तावेजों के मुताबिक़ तकरीबन तीन साल पहले दुबई भागने से पहले राशिद नसीम भारत के महंगे होटलों में ठहरता था. निवेशकों के पैसे उड़ाने वाले इस नटवरलाल के लिए लखनऊ और वाराणसी के होटलों में पूरे साल के लिए दो सूइट रूम और छह सुपीरियर कमरे नियमित तौर पर बुक रहते थे. इसके साथ ही दुबई में दो होटल और एक विला भी पूरे साल के लिए बुक रहता था. लखनऊ और वाराणसी के एक सुइट में वह खुद रहता था और दूसरे को ख़ास लोगों के साथ मीटिंग के लिए इस्तेमाल करता था. बाकी के छह सुपीरियर कमरे उसके स्टाफ के लिए होते थे. इनमे से कुछ कमरों को कैम्प ऑफिस के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था.
रहने-खाने पर करोड़ों रुपये का खर्चा
लखनऊ के होटल के सुइट कमरों का किराया रोज़ाना 22901 रुपये की दर से भुगतान किया जाता था, जबकि सुपीरियर कमरों का किराया रोज़ाना 7442 रुपये प्रति कमरा दिया जाता था. इसी तरह वाराणसी के होटल के एक सुइट रूम का किराया 25 हज़ार रुपये था, जबकि दूसरे का किराया 6199 रुपये था. यहां के बाकी छह कमरों के लिए रोज़ाना प्रति कमरा 5699 रुपये की दर से भुगतान किया जाता था. लखनऊ और वाराणसी दोनों ही जगहों के होटल में रोज़ाना सात लोगों का खाना बुक रहता था. लखनऊ के होटल में रोज़ाना प्रति व्यक्ति खाने पर 12986 रुपये का खर्च आता था, जबकि वाराणसी के होटल में 10986 का पैकेज बुक था.
जांच एजेंसियों को जो डाक्यूमेंट्स सौंपे गए हैं, उनमें लखनऊ के होटल में साल भर खाने पर तीन करोड़ इकतीस लाख रुपये खर्च किये गए हैं. हालांकि डाक्यूमेंट्स में वाराणसी के होटल में पूरे साल के बजाय सिर्फ 189 दिनों का एक करोड़ पैंतालीस लाख रुपये का ही भुगतान हुआ है.
एक दिन में 17 हजार रुपये का पानी
देश की तीन चौथाई आबादी महीने भर में जितने पैसे नहीं कमाती होगी, राशिद नसीम उससे ज़्यादा का पानी एक दिन में पी जाता है. भारत में रहते हुए वह एवियन वॉटर की रोजाना दस बोतल मंगाता था. एक बॉटल पानी का बिल सत्रह सौ रुपये होता था. इस तरह राशिद नसीम हर रोज़ 17 हज़ार रुपये का पानी पी जाता था. नटवरलाल राशिद नसीम के लिए महंगे होटलों में पूरे साल के लिए सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कमरे बुक रहते थे. दुबई के होटल ओबराय में तीन प्रीमियम सुइट रूम और दो गार्डन व्यू रूम बुक रहता था.
हरेक प्रीमियम सुइट रूम का रोजाना का किराया 31392 रुपये था, जबकि गार्डन व्यू रूम का 25939 रुपये. दुबई का आवरी होटल का पूरा टॉप फ्लोर राशिद नसीम ने साल भर के लिए बुक किया था. इसका एक साल का किराया तकरीबन तैंतीस करोड़ रुपये होता है. इसके अलावा दुबई के बुर्ज खलीफा का पूरा एक फ्लोर आफिस बनाने के लिए सालाना तैंतीस करोड़ रुपये के भुगतान पर लिया गया था.
राजा-महाराजाओं जैसे हैं शौक
यूएई यानी युनाइटेड अरब अमीरात में उसने सालाना 38 करोड़ रुपये खर्च कर पूरा एक विला ही लिया हुआ है. दुबई में राशिद नसीम के लिए दो रोल्स रॉयस कार, दस करोड़ रुपये के भुगतान पर साल भर के लिए किराए पर ली गई थी. राशिद अकेली गाड़ी पर नहीं चलता, बल्कि उसके साथ किसी वीवीआईपी की तरह फ्लीट चलती थी. भारत और दुबई दोनों ही जगह उसके साथ चौदह एसयूवी गाड़ियों की फ्लीट भी चलती थी. दुबई में एसयूवी गाड़ियों की फ्लीट के किराए पर तकरीबन दस करोड़ रुपये खर्च होते थे, जबकि भारत में इतनी ही गाड़ियों के किराए पर तकरीबन आठ करोड़ रुपये खर्च किये जाते थे.
रोजाना का खर्च जानकर उड़ जाएंगे होश
राशिद नसीम ने भारत और दुबई दोनों ही जगहों पर अपनी सुरक्षा के लिए दस-दस सिक्योरिटी बाउंसर रखे हुए थे. हर बाउंसर उसके साथ हवाई यात्रा करता था. उसके साथ चार्टर्ड प्लेन से घूमता था. महंगे होटलों में रुकता था और उन्हें ऊंची सैलरी व ड्रेस दी जाती थी. भारत में सिक्योरिटी बाउंसर पर रोज़ाना औसतन तीस हज़ार रुपये का खर्च आता था, जबकि दुबई के बाउंसरों पर करीब 95 हजार रुपये. इस तरह राशिद नसीम हर साल सिर्फ रहने, खाने, सिक्योरिटी व गाड़ियों के किराए पर ही करीब दो अरब रुपये खर्च कर देता था.
पीड़ितों के वकील सत्येंद्र नाथ श्रीवास्तव ने इन मदों में राशिद नसीम का सालाना खर्च 1 अरब 97 करोड़ 34 लाख रुपये निकाला है, जबकि ईओडब्लू ने जो जानकारी जुटाई है, वह इससे सिर्फ साढ़े चार करोड़ रुपये ही कम है. वकील सत्येंद्र नाथ श्रीवास्तव और ईओडब्लू ने राशिद नसीम का यह सालाना अनुमानित खर्च साल 2018- 19 का निकाला है.
66 हजार करोड़ के फर्जीवाड़े का आरोप
राशिद नसीम की कंपनी शाइन सिटी पर 66 हज़ार करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े का आरोप है. आरोप है कि राशिद नसीम व उसकी कंपनी शाइन सिटी ने तीन लाख से ज्यादा लोगों के साथ ठगी की है. कंपनी के खिलाफ देशभर में 3000 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हैं. अकेले लखनऊ के गोमतीनगर थाने में 411 मुकदमे दर्ज हैं. तकरीबन तीन दर्जन पीड़ितों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में केस दाखिल कर रखा है. हाईकोर्ट इन सभी याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई कर रहा है. अगली सुनवाई 17 अक्टूबर को है.
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अदालत में पेश होंगे अय्याशी के खर्चे
अगली सुनवाई में देश के सबसे बड़े नटवरलाल की अय्याशी के ये डाक्यूमेंट्स कोर्ट में पेश किये जा सकते हैं. हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार की एजेंसियों को दुबई में छिपे राशिद नसीम के प्रत्यर्पण की कार्रवाई दो महीने में पूरी करने को कहा है. राशिद नसीम नेपाल में गिरफ्तारी होने पर तकरीबन डेढ़ महीने जेल में बिताने के बाद पाकिस्तान से बने पासपोर्ट से दुबई भाग गया था. राशिद नसीम पर लन्दन से लेकर दुबई तक भगोड़े मेहुल चौकसी के साथ मिलकर कारोबार करने का आरोप है.
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