UP News: कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) भी काफी अलर्ट नजर आ रहे हैं. इसी के चलते ब्रजेश पाठक ने कहा कि आगरा वाले मामले में जीनोम सिक्वेनसिंग करवाई जा रही है. अस्पतालों में मास्क अनिवार्य किया गया है. कोविड से लड़ने के लिए मौजूदा संसाधनों की परख के लिए हम प्रदेश स्तर पर मॉक ड्रिल का आयोजन भी कर रहे हैं.


इसी के साथ विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि  विपक्ष डिरेल है और भ्रमित है. कांग्रेस ने भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं लांघ दी थी. उनके शासन काल में भारत भ्रष्टाचारी देशों की सूची में अव्वल था. साथ ही बसपा-सपा जाति विशेष और परिवार की पार्टियाँ हैं. इन्हें जनता नकार चुकी है.


कोरोना को लेकर क्या है तैयारी?
कोरोना को लेकर चिकित्सा और शिक्षा विभाग ने कुछ बड़े कदम उठाए हैं जो निम्न प्रकार हैं. उत्तर प्रदेश के 22 राजकीय मेडिकल कॉलेजों में हॉस्पिटल मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम की शुरूआत  की गई है. इसी के साथ मेडिकल कॉलेजों में भीड़ कम होगी, जिससे मरीज नहीं भटकेंगे. साथ ही मरीज संबंधित सभी जानकारियां ऑनलाइन कर दी जाएगी. मरीज ऑनलाइन ही  पंजीकरण, भर्ती, डिस्चार्ज, एंबुलेंस, खाना, दवाइयां, चिकित्सकों का विवरण और उपलब्धता समेत अन्य जानकारियां प्राप्त कर सकेंगे. इसके लिए मरीजों को प्ले स्टोर से सॉफ्टवेयर डाउनलोड करके ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा ताकि अस्पताल में जाकर लाइनों में न लगना पड़े. साथ ही सभी तरह के शुल्क का भुगतान भी ऑनलाइन कर सकेंगे. 


इसके अलावा मरीज हेल्थ कार्ड खुद मोबाइल से निकाल सकेंगे. साथ ही हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों को उपलब्ध होने वाली सुविधाएं जैसे एंबुलेंस, बेड अलॉटमेंट, लिनेन, खाना आदि का रिकॉर्ड भी सॉफ्टवेयर के माध्यम से दिया जाएगा. बता दें कि अब तक प्रदेश के 12 राज्य मेडिकल कॉलेजों, चिकित्सा संस्थानों और विश्वविद्यालयों में यह व्यवस्था चल रही है. अब 22 और मेडिकल कॉलेजों मे इसकी शुरुआत कर दी गई है. बड़ी बात यह है कि अगले 2 साल में सभी मेडिकल कॉलेजों में इसे लागू करने का लक्ष्य
 रखा गया है. 


'कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार'
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि चिकित्सा और शिक्षा विभाग दोनों ही राउंड दि क्लॉक काम करने वाले महकमे हैं. उन्होंने बताया कि 2017 में 13 मेडिकल कॉलेज सक्रिय थे, वहीं आज हमारे पास 65 मेडिकल कॉलेज चल रहे हैं. यहां पढ़ाई भी हो रही है और दवाई भी मिल रही है. 



डिप्टी सीएम ने कहा कि अब 14 जिले ऐसे हैं जहां मेडिकल कॉलेज नहीं है जिनके लिए काम किया जा रहै है. इसके अलावा कोरोना को लेकर पूरे प्रदेश में मॉक ड्रिल की जाएगी. साथ ही वेंटीलेटर, ऑक्सीजन, कंसंट्रेटर, उपकरण सभी की जांच होगी. हम कोरोना के हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.


यह भी पढ़ें:-


UP Politics: यूपी में BJP को साथ मिलकर घेरेंगे अखिलेश-शिवपाल, चुनाव के लिए सपा ने तैयार किया बड़ा प्लान