Rae Bareli Illegal Encroachment on Gram Sabha Land: यूपी के रायबरेली (Rae Bareli) में फर्जी तरीके से तालाब की जमीन को अपने नाम चढ़वाकर पेट्रोल पंप लगवाने का मामला सामने आया. जिसके बाद ये मामला अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के न्यायालय में पहुंच गया, जब इस मामले की जांच हुई तो अदालत ने आरोप को सही पाया और इस जमीन को फिर से ग्राम सभा की सुरक्षित तालाब की जमीन दर्ज कराने का आदेश दे दिया. लेकिन अदालत के आदेश के बावजूद इस पर कार्रवाई नहीं की गई है. प्रशासन की मिलीभगत से यहां पर अब धड़ल्ले से पेट्रोल पंप चल रहा है. ये पूरा मामला प्रयागराज-लखनऊ राजमार्ग (Prayagraj-Lucknow Highway) पर कुचरिया ग्राम सभा की करोड़ों रुपये की भूमि का है.


ग्राम सभा की जमीन पर अवैध कब्जा
लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर सराय दामू गांव के मोहम्मद हसनैन ने दो गाटा संख्या 421 स व 421 मि. का कुल 0.537 हेक्टेयर जमीन गलत तरीके से अपने नाम अंकित करा लिया. ये ग्राम सभा की सुरक्षित तालाब की जमीन के रूप में दर्ज थी. इसी भूमि को हसनैन ने जालसाजी के बल पर अकृषिक घोषित करवा कर पेट्रोल पंप भी लगवा लिया और हाईवे पर धड़ल्ले से पेट्रोल पंप चलाने भी लगा. लेकिन जब यह मामला अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रायबरेली के न्यायालय में पहुंचा तो वास्तव में ये जमीन तालाब की जमीन के रूप में पाई गई. जिसे साक्ष्यों के आधार पर न्यायालय ने पुनः तालाब की जमीन में अंकित कराने का आदेश दे दिया. 


अदालत के आदेश पर भी नहीं हटा पेट्रोल पंप


29 जनवरी 2022 को दिये गए आदेश में तहसीलदार सदर को साफ तौर पर निर्देशित किया गया है कि उक्त भूमि को तालाब में अंकित कर कार्रवाई की जाए. लेकिन चार माह बीतने को है अभी इस आदेश की तामील नहीं कराई गई है. इससे साफ जाहिर होता है कि आरोपी हसनैन की जड़े तहसील में कितनी गहरी है. अगर तहसील प्रशासन इतनी ही शिथिलता के साथ ऐसे अपराधियों पर शिकंजा कसेगा तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त करने की मंशा कैसे पूरी होगी. 


Uttar Pradesh: लखनऊ में मायावती ने बुलाई दो दिनों की अहम बैठक, यूपी में निकाय चुनाव समेत इन मुद्दों पर होगी चर्चा


कब होगी अवैध कब्जे पर कार्रवाई
मोहम्मद हसनैन एक ऐसा नटवरलाल है जिसने तालाब की जमीन को गलत तरीके से ना सिर्फ अपने नाम अंकित करवाया बल्कि उक्त भूमि को अकृषिक घोषित करवाते हुए पेट्रोल पंप लगवाने के सभी मानक पूरे करवाएं जो सभी गलत थे, लेकिन जब मामला न्यायालय पहुंचा तो उसके द्वारा कराए गए भ्रष्ट कारनामे उजागर हो गए. ऐसे में अब सबकी नजरे प्रशासन पर टिकी हुई हैं कि वो कैसे इस जमीन से अवैध कब्जे को हटाने की कार्रवाई करेगा. क्या यहां पर बुल्डोजर चलता हुआ दिखाई देगा. वहीं इस मामले पर एसडीएम सदन ने कहा कि इस मामले में विधिक कार्रवाई की जाएगी. 


ये भी पढ़ें- 


UP Politics: Akhilesh Yadav की 'लाल टोपी' पर चाचा शिवपाल यादव का तीखा हमला, जानिए क्या कहा