Pratapgarh News: धरना खत्म करने को राजी नहीं राजा भैया के पिता उदय प्रताप, जानिए- क्या है पूरा मामला?
Pratapgarh News: राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह कुंडा तहसील परिसर में धरने पर बैठे हैं. उनकी मांग है कि मुहर्रम के लिए लगाए गए मस्जिदनुमा गेट को सड़क से हटाया जाए.
Pratapgarh News: प्रतापगढ़ (Pratapgarh) में मोहर्रम (Muharram) को लेकर लगाए गए मस्जिदनुमा गेट को हटवाने की मांग को लेकर राजा भैया (Raja Bhaiya) के पिता उदय प्रताप सिंह (Uday Pratap Singh) कुंडा तहसील परिसर में धरने पर बैठे हैं. उन्होंने प्रशासन से इस गेट को हटाने की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर इस गेट को नहीं हटाया गया तो उनका धरना जारी रहेगा. प्रशासन कई बार उनसे बात करने और समझाने-बुझाने की कोशिश कर चुका है लेकिन उदय प्रताप सिंह धरना खत्म करने को तैयार नहीं.
धरना खत्म करने को राजी नहीं उदय प्रताप
दरअसल शेखपुर गांव में सड़क पर बने गेट को प्रशासन और राजा उदय प्रताप के बीच रार छिड़ गई है. पुलिस और प्रशासन के आला अफसर लगातार बातचीत से मसले को हल करने के प्रयास में लगे है. वहीं उदय प्रताप का कहना है कि हमने प्रशासन को अवगत करा दिया था लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसकी वजह से हमारा धरना जारी है. जब तक इस गेट को नहीं हटाया जाएगा तब तक धरना भी चलता रहेगा. उदय प्रताप का कहना है कि इस गेट पर ऊर्दू में कुछ लिखा हुआ है. ये गेट अस्थायी है लेकिन उसके नीचे से हिन्दू समुदाय के लोगों को गुजरना पड़ रहा है. पता नहीं उसमें क्या लिखा हुआ है.
भंडारे को लेकर कही ये बात
दरअसल कुंडा के शेषपुर में मुहर्रम की दसवीं के दिन बंद की बरसी को लेकर हर साल उदय प्रताप भंडारे की घोषणा करते हैं. जिसे लेकर बखेड़ा खड़ा हो जाता है. यही नहीं प्रशासन को उन्हें नजरबंद तक करना पड़ता है. वहीं इस बार जब पत्रकारों ने उनसे भंडारे को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि प्रशासन अगर इस बार उनको नजरबन्द नहीं करेगा तो भंडारा होगा.
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प्रशासन की बातचीत को कोशिश फेल
उदय प्रताप सिंह के धरने को समाप्त कराने को लेकर पुलिस प्रशासन सुबह से दो राउंड की वार्ता कर चुका है और तीसरे राउंड की वार्ता की तैयारी शुरू हो गई है, एसडीएम कुंडा सतीश त्रिपाठी ने बताया कि हर बार भंडारा मुद्दा होता था इस बार मुद्दा गेट पर अटक गया है. जिस गेट की बात हो रही है वो कोई नई परंपरा नहीं है, इस गेट को ऐसे नहीं हटाया जा सकता, माहौल को खराब करने की इजाजत किसी को नहीं है.
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