Sambhal Violence Update: संभल में बीते दिनों शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा फैल गई थी. इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई. इस घटना के बाद योगी सरकार और जिला प्रशासन ने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है. पुलिस अब तक लगभग 28 सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर चुकी है और 27 लोगों को गिरफ्तार किया है. 


जमीयत उलमा-ए-हिंद ने सुप्रीम कोर्ट से संभल हिंसा के मामले में निगरानी करने की मांग की है, जिससे इस तरह की घटना ना हो. संसद शीतकालीन सत्र में भाग लेने पहुंची समाजावादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव संभल हिंसा और जमीयत उलमा-ए-हिंद की इस मांग पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. 


'संभल हिंसा में पूरा तंत्र शामिल'
सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा, "भारतीय जनता पार्टी एफआईआर के माध्यम से लोगों को सताती आ रही है." उन्होंने कहा, "संभल का मामला बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है और ये पूरी प्लानिंग के साथ की गई है, इसमें पूरा तंत्र शामिल है. इन लोगों ने लोकतंत्र को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है."


डिंपल यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, "संभल हिंसा में जो भी प्रशासन के अधिकारी घटना को अंजाम देने में शामिल रहे, उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए."  उनसे जब पूछा गया कि पुलिस कह रही है कि हमारी गोली से किसी की मौत नहीं हुई है तो डिंपल यादव ने कहा कि मैंने वीडियो देखी है कि पुलिस किस तरह से सीधे गोली चला रही है. 


'संभल में पुलिस ने चलाई गोली'
संसद के शीतकालीन सत्र में भाग लेने पहुंचे संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कई सवाल खड़े किए हैं. जब उनसे पूछा गया कि पुलिस प्रशासन ने दावा किया है कि वहां पर स्थानीय लोगों ने गोलियां चलाई थीं, जिसकी वीडियो फुटेज भी सामने आई हैं. इस पर सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा, "क्या आपने कोई वीडियो देखा जिसमें स्थानीय लोग गोली चलाते हुए या असलहा लेकर नजर आ रहे हैं?"


समाजावादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा, "संभल में हुई हिंसा के दौरान जनता ने कोई गोली नहीं चलाई, ये सारी गोलियां पुलिस प्रशासन ने चलाई हैं." उन्होंने कहा कि पुलिस के जरिये गोली चलाने की कई वीडियो हैं, लेकिन स्थानीय लोगों के असलहा या गोली के इस्तेमाल की कोई फोटो या वीडियो नहीं है.


सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा, "ये लोग हत्यारे हैं, इन्होंने निहत्थे लोगों पर गोली चलाई हैं." उन्होंने कहा कि हमारा कानून कहता है कि अगर बड़े से बड़ा क्रिमिनल सरेंडर कर रहा हो तो उसे मौका दो, लेकिन यहां पर निहत्थे लोगों पर सीधे-सीधे गोली चलाई जा रही है.


'सिटिंग जजों से कराई जाए जांच'
संभल से सपा सांसद ने कहा कि हिंसा में शामिल अधिकारी कैसे जिम्मेदार पद पर बैठ सकते हैं, इन अधिकारियों को तुरंत निलंबित करना चाहिए और इनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि संभल हिंसा पर चर्चा कराने को लेकर पूरा इंडिया गठबंधन एक साथ है, इस मामले की सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के सिटिंग जजों की समिति बनाकर जांच कराई जानी चाहिए.


जियाउर्रहमान बर्क ने संभल में अज्ञात लोगों के नाम पर जो उत्पीड़न किया जा रहा है, उस पर लगाम लगाया जाना चाहिए. उनसे जब पूछा गया कि क्या संभल में समाजवादी पार्टी का डेलिगेश जाएगा? इस पर सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि अगर ऐसा कुछ होगा तो सूचित किया जाएगा फिर डेलिगेशन जाएगा.


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