कोविड 19 की बूस्टर डोज में फर्जीवाड़ा
दरअसल मोहम्मदाबाद के उप जिलाधिकारी हर्षिता तिवारी को पिछले कई दिनों से फेक बूस्टर डोज लगाए जाने की जानकारी मिल रही थी. जिसमें लोगों के मोबाइल पर बूस्टर डोज लगाए जाने का मैसेज मिल रहा था जबकि हकीकत में उन लोगों ने कोई बूस्टर डोज नहीं लगाया है. इस जानकारी को मिलने के बाद उपजिलाधिकारी हर्षिता तिवारी यहां के ट्रामा सेंटर पर पहुंची, जहां पर कर्मियों के द्वारा टीकाकरण किया जा रहा था. इस दौरान जब उन्होंने अस्पताल का रिकॉर्ड खंगाला तो उसमें काफी अनियमितताएं देखने को मिली. इसमें 40 लोगों को टीकाकरण से आच्छादित किया जाना होता है लेकिन इन लोगों के रिकॉर्ड में कुल 46 लोगों का नाम दर्ज था जिन्हें इन लोगों के द्वारा टीकाकरण किया जा चुका था.
कर्मचारियों के पास आईडी भी नहीं थे
इतना ही नहीं यहां पर जितने भी कर्मचारी मौजूद थे उन सभी के पास कोई भी अपना आई कार्ड नहीं था जिससे यह पता लगाया जा सके कि वह सरकारी कर्मचारी हैं या फिर कोई और. इस दौरान उपजिलाधिकारी ने पाया कि ट्रामा सेंटर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुहम्मदाबाद से संबंधित कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं रहा. जिसके बाद उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अहमदाबाद के अधीक्षक डॉ आशीष राय को कड़ी फटकार लगाई और उन्होंने इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात भी कही. इस दौरान ट्रामा सेंटर में भी काफी गंदगी दिखाई दी. कर्मियों ने बायोवेस्ट कचरे को भी इधर-उधर फेंका हुआ था.