Shamli Sugar Cane: उत्तर प्रदेश में गन्ना भुगतान के मामले में शामली जनपद सबसे पिछड़ा हुआ है. शामली जनपद में थाना भवन स्थित बजाज शुगर मिल पर किसानों का सबसे ज्यादा बकाया भुगतान है. सोशल मीडिया पर बजाज के दिवालिया होने के समाचार से गन्ना किसान सदमे में हैं. उधर गन्ना अधिकारी बजाज के दिवालिया हो जाने के समाचार को ऑथेंटिक नहीं बता रहे हैं. वहीं डीएम का कहना है कि वह अक्टूबर से पहले जनपद में किसानों का विगत वर्ष का संपूर्ण भुगतान करा देंगे.
गन्ना किसानों को सता रही चिंता
दरअसल, उत्पादन की दृष्टि से देखा जाए तो शामली जनपद प्रदेश में सबसे अधिक गन्ना उत्पादक क्षेत्र है लेकिन दूसरी ओर भुगतान के मामले में यह उत्तर प्रदेश में सबसे पिछड़ा हुआ है. शामली जनपद ऊन, शामली, थाना भवन में तीन शुगर मिले स्थिति हैं और तीनों शुगर मिल में किसानों का करीब 730 करोड़ रुपए मिलों पर बकाया भुगतान है. पिछला सत्र बीते हुए 3 माह से अधिक हो गए हैं. आगामी दो माह में नया गन्ना सत्र आने वाला है. किसानों के सामने आर्थिक तंगी है लेकिन सरकार के लाख दावों के बीच अभी केवल 38 % गन्ने के भुगतान ही हो पाया है. अकेले थानाभवन शुगर मिल पर गन्ना किसानों का 259 करोड़ रुपए बकाया है.
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बीजेपी हार गई थी जनपद के सभी विधानसभा सीट
उधर जिलाधिकारी जसजीत कौर का कहना है कि बजाज शुगर मिल के साथ कुछ वित्तीय समस्याएं बनी हुई हैं लेकिन उसने जिला प्रशासन के सामने इस बात का वादा किया है कि वह अक्टूबर माह से पहले किसानों का गन्ने का बकाया भुगतान कर देगा. विगत बीजेपी सरकार में थानाभवन विधानसभा क्षेत्र के तत्कालीन विधायक सुरेश राणा यहां से गन्ना मंत्री थे उनके क्षेत्र में भुगतान का पिछड़ना उनके लिए बड़ी मुसीबत का सबब बन गया और विगत चुनाव में न केवल सुरेश राणा को थानाभवन सीट से उन्हें हारना पड़ा, बल्कि शामली जनपद की तीनों सीट बीजेपी के हाथों से निकल गई.