UP News: शामली (Shamli) जनपद के गांव भैंसवाल में गरीबों के निवाले की कालाबाजारी (Black Marketing) करने का मामला सामने आया है. दरअसल, यहां गांव में मासूम नौनिहालों का पोषक आहार आटा चक्की (Flour Mill) में बेचते हुए पाया गया है. पत्रकारों द्वारा मामला उठाए जाने के बाद जिलाधिकारी जसजीत कौर (Jasjeet Kaur) ने जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने जांच के लिए तहसीलदार समेत तीन लोगों की एक टीम बनाई है.
आंगनबाड़ी में काम करने वाली महिला गीता पर आटा चक्की पर पोषक आहार बेचने के आरोप हैं. इससे जुड़ा वीडियो भी सामने आया है जिसमें वह अनाज बेचती नजर आ रही हैं. यह वीडियो स्थानीय लोगों ने व्हॉट्सऐप पर देखा. ग्रामीणों की शिकायत पर ग्राम प्रधान प्रह्लाद और अन्य लोगों ने इसकी जानकारी एरिया इंचार्ज ममता खोकर दी थी. वीडियो बनाने को लेकर स्थानीय लोगों और ममता खोकर के बीच में नोंकझोंक भी हुई थी. मौके पर रिफाइंड ऑयल और सत्तू के पैकेट भी मिले हैं. ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारी से कार्रवाई की मांग की थी.
आंगनबाड़ी ने मामले को सामान्य विवाद बोलकर टाला
वहीं मामले में जब आंगनवाड़ी विभाग के जिला इंचार्ज बाबर खान से इस मामले में बात की गई तो उन्होंने मामला संज्ञान में ना होने की बात कही. इसके साथ ही कहा कि ग्राम प्रधान और अन्य लोगों के बीच कुछ विवाद था. जिलाधिकारी जसजीत कौर का कहना है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोषक आहार के कालाबाजारी के वीडियो के मामले को लेकर तहसील और ब्लॉक लेवल के अधिकारियों की जांच टीम बना दी गई है. इस टीम में आंगनबाड़ी विभाग का विभागीय अधिकारी नहीं होगा, जिससे निष्पक्ष रूप से जांच हो सके.
ये भी पढ़ें -
UP News: आजम खान से वोटिंग अधिकार छीने जाने पर नरेश टिकैत ने उठाए सवाल, कहा- ये बदले की कार्रवाई है