Shravasti News: उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती (Shravasti) में एक बार फिर से स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई, जहां से आग से झुलसी आठ साल की बच्ची को परिजन लेकर भटकते रहे लेकिन उन्हें अस्पताल (Hospital) में एक स्ट्रेचर तक नहीं मिल पाया. डॉक्टरों ने बच्ची की नाजुक हालत देखते हुए मेडिकल कॉलेज (Medical College) के लिए रेफर कर दिया, लेकिन हैरानी की बात है कि उसे ले जाने के लिए अस्पताल में स्ट्रेचर तक नहीं मिल पाया. लाचार परिजन उसे गोद में लेकर ही इधर से उधर घूमते रहे.

 

गोद में लेकर भटकते रहे परिजन

ये घटना थाना मल्हीपुर के परसा डेहरिया गांव के मोहम्मदपुर की है. जहां 8 साल की साबरीन अपने घर के बाहर अलाव ताप रही थी, तभी अचानक उसके दुपट्टे में आग लग गई. आग इतनी तेज से उसे पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया. आसपास बैठे परिजनों ने किसी तरह आग पर काबू पाया लेकिन तब तक बच्ची गंभीर रुप से झुलस चुकी थी. आनन-फानन में परिजन उसे मल्हीपुर अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने बच्ची की नाजुक हालत देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया. लेकिन हैरानी की बात ये थी परिजनों को यहां से बच्ची को ले जाने के लिए एक स्ट्रेचर तक नहीं मिला, वो उसे गोद में ही लेकर भटकते नजर आए. 

 

बच्ची के परिजनों को जब स्ट्रेचर नहीं मिल पाया तो वो किसी तरह उसे गोद में उठाकर एंबुलेंस तक ले गए गए, जहां से उसे मेडिकल कॉलेज तक ले जाया गया. बच्ची की हालत अभी गंभीर बताई जा रही है.   

 

अस्पताल प्रशासन ने दी सफाई

इस बारे में जब सीएचसी अधीक्षक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जो हमारे डॉक्टर साहब इमरजेंसी ड्यूटी पर थे, उन्होंने जानकारी दी है कि सुबह करीब आठ साल की बच्ची आई थी. स्ट्रेचर हमारा इमरजेंसी गेट पर मौजूद रहता है, क्योंकि बच्ची छोटी ही थी तो डॉक्टर साहब ने बताया कि उसे गोद में ले जाकर वार्ड में लिटाया गया जहां से उसे प्राथमिक उपचार किया गया और फिर जिला चिकित्सालय भेज दिया गया.