Fatehpur Murder News: उत्तर प्रदेश के फ़तेहपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर निकलकर सामने आ रही है. जानकारी के अनुसार यहां खून के रिश्ते एक बार फिर दागदार हो गए, बताया जा रहा है कि चचेरे भाई को फंसाने के लिए एक पुत्र ने अपने ही पिता की हत्या करवा डाली. पुलिस ने सनसनीखेज सेवानिवृत्त वार्ड ब्वॉय हत्याकांड से पर्दा उठाते हुए अभियुक्त पुत्र समेत तीन साथियों को गिरफ्तार किया है. 


जानकारी के अनुसार पुलिस ने मामले की छानबीन के दौरान हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया है. पकड़े गये अभियुक्तों ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है. वहीं पुलिस ने तीनों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में कार्रवाई कर न्यायालय भेज दिया. मामले में एडिशनल एसपी विजय शंकर मिश्रा ने बताया की 15 अक्टूबर की शाम शहर क्षेत्र के आबूनगर चौकी के मुहल्ला ककरहा निवासी सेवानिवृत्त वार्ड ब्वॉय हरिओम गुप्ता की साइकिल से दूध लेने जाते समय रास्ते में जिला उद्योग केंद्र के निकट अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्याकांड के बाद मृतक की पत्नी निर्मला देवी ने अपने भतीजे ज्ञानेंद्र कुमार गुप्ता के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया था.


चचेरे भाई को फंसाने के लिए करवा दी पिता की हत्या


एडिशनल एसपी ने बताया कि मामले का खुलासा करने के लिए एसओजी और सर्विलांस इंटेलीजेंस विंग के सहयोग से घटना की गहनता से छानबीन की गई. सीसीटीवी फुटेज से उपलब्ध साक्ष्य से मृतक के पुत्र दीपू उर्फ दिलीप गुप्ता पर संदेह पैदा हुआ. उन्होंने बताया कि दीपू ने योजनाबद्ध तरीके से चचेरे भाई ज्ञानेंद्र गुप्ता को फंसाने के उद्देश्य से अपने साथी कल्लू पाल उर्फ कपिल से पिता हरिओम गुप्ता पर गोली चलवाकर हत्या करवाई. 


पुलिस ने बरामद किया हथियार


इसकी जानकारी होने के बाद पुलिस ने अभियुक्त कल्लू पाल उर्फ कपिल की गिरफ्तारी करते हुए उनकी निशादेही पर घटना में प्रयुक्त तमंचा और कारतूस की बरामदगी कर दी. इसके साथ ही पुलिस ने उसके एक अन्य साथी अभियुक्त अनुज कुमार के घर से दीपू को हिरासत में ले लिया. जहां से उन्हें विधिक कार्रवाई करते हुए न्यायालय भेज दिया.


एएसपी ने बताया कि अभियुक्त दीपू शातिर अपराधी है. जिसके विरूद्ध हत्या सहित गंभीर अपराध के करीब आधा दर्जन मुकदमें पंजीकृत हैं. उन्होंने बताया कि मुकदमें में रंजिशन अपने चचेरे भाई ज्ञानेंद्र गुप्ता को फंसाने के उद्देश्य से पिता हरिओम गुप्ता की हत्या की योजना अपने साथियों के साथ मिलकर बनाई थी. एएसपी ने बताया कि अभियुक्त दीपू ने अपने ताऊ उमाशंकर गुप्ता की हत्या के मुकदमें में माह नवंबर 2022 से जमानत पर रिहा हुआ था.


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