Sonbhadra News: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले (Sonbhadra) में पुलिस की संयुक्त टीम को एक बड़ी कामयाबी मिली है. जनपद की पन्नूगंज व रायपुर थाना पुलिस (Police) की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर एक इंडिगो कार (Indigo Car) से 2 कुन्तल 43 किलोग्राम गांजा (Ganja) बरामद किया है. गांजे की ये बड़ी खेप मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सप्लाई की जानी थी. जिसके बाद इसे अन्य जनपदों तक पहुंचाया जाता. पुलिस ने इस मामले में एक महिला समेत 5 तस्करों को गिरफ्तार किया है.
2 कुंतल 43 किलो गांजा बरामद
पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने इस बारे में और जानकरी देते हुए बताया कि थाना पन्नूगंज व रायपुर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा अन्तरराज्यीय गांजा तस्करी में संलिप्त एक महिला सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस को उनके कब्जे से इंडिगो कार में कुल 2 कुंटल 43 किलो गांजा बरामद हुआ है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि वो ये गांजा बिहार से खरीद कर सोनभद्र के रास्ते होते हुए मध्यप्रदेश के सतना ले जा रहे थे. जिसे बाद में मध्यप्रदेश के अन्य जनपदों में पहुंचाया जाता. इनके कब्जे से जो इंडिगो कार बरामद हुई है वो कुछ महीने पहले ही किसी दूसरे से खरीदी गई है. इस कार्य के लिए पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया है.
एक महिला समेत 5 तस्कर गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सोनभद्र जनपद में मादक पदार्थों के व्यापार में संलिप्त अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिये गये थे. इस आदेश के क्रम में क्षेत्राधिकारी सदर व थाना पन्नूगंज व रायपुर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 30 अक्टूबर छठ पूजा के दिन मुखबिर की सूचना पर इन तस्करों को पकरहट पुल के पास से गिरफ्तार किया है. ये गांजा इंडिगो कार MP 19 MC 0005 की डिग्गी में रखा हुआ था. पुलिस ने इस मामले में थाना पन्नूगंज में धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया है, पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
गिरफ्तार तस्करों ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि वो ये मादक पदार्थ बिहार से लेकर आ रहे थे. जिसे उन्हें मध्यप्रदेश के सतना में छोट्टन उर्फ छोटे पटेल को देना था. इस काम के बदले उन्हें 5 से 10 हजार रुपये मिलते है. उन्होंने अपने साथ महिला को इसलिए रखा था ताकि पुलिस को लगे की परिवार को लेकर जा रहे हैं.
दरअसल सोनभद्र जिले की सीमाएं 4 नक्सल प्रभावित राज्यों से लगती है. जिसकी वजह से ये नशे की तस्करी करने वालों के लिए सेफ जोन माना जाता है. यहां बिहार से सोनभद्र, मिर्जापुर के रास्ते आसानी से मध्य प्रदेश तक गांजा सप्लाई किया जा सकता है. पुलिस ने कई बार मादक पदार्थो की तस्करी करने वालों की चेन को तोड़ने की कोशिश की है लेकिन हर बार अपराधी अपना तरीका बदल देते हैं और पुलिस को चकमा देने की कोशिश करते हैं.
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