UP: AIMIM प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली का योगी सरकार पर बड़ा आरोप, कहा- सिर्फ मुसलमानों पर हो रही कार्रवाई
AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि यूपी में जो माहौल बना है उसके पिछे सरकार का हाथ है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार मुसलमानों के खिलाफ एक तरफा कार्रवाई कर रही है.
UP violence News: प्रदेश में जुमे की नमाज़ के बाद हुई पत्थरबाजी और हिंसक घटनाओं के मामले में आरोपियों पर हो रही कार्रवाई को लेकर AIMIM ने सरकार पर निशाना साधा है. AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने इस मामले में एकतरफा समुदाय विशेष पर कार्रवाई का आरोप लगाया है. शौकत अली ने कहा हो सकता है 10 जून को भारत बंद का जो पोस्टर वायरल हुआ हो बीजेपी की IT सेल ने किया हो. उन्होंने कहा कि सपा और बीजेपी दोनों मिले हुए हैं. सरकार कोई हो हमेशा मुसलमानों पर कार्रवाई होती है. शौकत अली ने कहा की अगर मुख्यमंत्री ही सब फैसले करेंगे तो अदालत का क्या काम. मालूम हो की प्रयागराज में AIMIM के जिलाध्यक्ष पर भी मामला दर्ज हुआ है.
फर्जी मुकदमा कराने का लगाया आरोप
शौकत अली ने कहा की मुख्यमंत्री ने बहुत पढ़ले ही अपना घर छोड़ दिया था इसलिए उन्हें नहीं पता की घर कैसे बनता. ये तो उनके माता पिता जानते होंगे की उत्तराखंड में घर किसे मेहनत से बनाया गया होगा. मुख्यमंत्री को इसका अहसास नहीं है. इसीलिए किसी के भी घर पर बुलडोजर चलवा कर गिरा रहे हैं. प्रयागराज में भी गलत व्यक्ति का घर गिरवा दिया, जिसको मुख्य आरोपी बता रहे वो घर उसका था ही नहीं. 2014 से यूपी में AIMIM ने एक राजनैतिक पार्टी के रूप में काम शुरू किया था. हमारे कारण प्रदेश में आज तक एक भी हिंसा नहीं हुई. 10 जून को प्रयागराज, सहारनपुर समेत अन्य जगह घटनाएं हुई. हमें पता चला की इलज़ाम AIMIM पर भी लगाया गया. प्रयागराज में पार्टी के जिलाध्यक्ष शाह आलम को दोषी ठहराया गया, FIR हुई जो गलत है. हमने अपने ऑफिशियल व्हाट्सएप ग्रुप पर पहले ही मेसेज किया था की कोई आपत्तिजनक पोस्ट नहीं करेगा न कोई किसी प्रदर्शन में शामिल होगा. इसके बावजूद प्रदेश में हमारे कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुक़दमे हुए.
कानपुर पुलिस कर रही है एकतरफा कार्रवाई
शौकत अली ने कहा की उनके पास सेंट्रल से एक IB अधिकारी का मेसेज आया और पूछा की क्या हमारी पार्टी involve है? हमने कहा साजिश के तहत ऐसा हो रहा. ये सब साजिश के तहत हुआ जिससे मुस्लमान, बच्चे सड़कों पर आये. कानपुर में पुलिस ने एक तरफ़ा कार्रवाई की है. सोशल साइट पर कई वीडियो जिसमे पुलिस वालों को पत्थर मारते देखा जा सकता. एक गुप्ता जी का वीडियो है जिसमे वो बम लाने के लिए बोल रहे हैं लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. एक तरफ़ा मुसलमानों पर कार्रवाई हुई है.
घटना के लिए सरकार है जिम्मेदार
शौकत अली ने कहा कि हम चाहते यूपी सरकार SIT से जांच कराये. प्रयागराज में जिन पर मुक़दमे कायम हुए उनमें कई नाबालिग बच्चे भी शामिल हैं. मुझे नहीं पता की प्रोटेस्ट का जिम्मेदार कौन है लेकिन अगर हमारे जिलाध्यक्ष पर इल्जाम लगाये गए तो जांच हो. अगर कोई एविडेंस है तो 72 घंटे में मीडिया के माध्यम से उपलब्ध कराये लेकिन अब तक नहीं दिए गए हैं. हम चाहते जिलाध्यक्ष शाहआलम के मुक़दमे वापस हों. अगर वो कसूरवार हों तो वो सजा दी जाए. जो एक आतंकवादी को दी जाती. अगर दोषी नहीं तो मुकदमा वापस लेकर खंडन करें. आज यूपी का जो माहौल बना, घटनाएं हो रही उसकी जिम्मेदार सरकार है. अगर समय रहते नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल को अरेस्ट किया होता तो ऐसी घटनाएं नहीं होतीं. कुछ हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने आपत्तिजनक पोस्ट किए लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं होती, अगर होती है तो हल्की धाराओं में जिसमे तुरंत बेल हो जाती है. अगर ऐसा रहेगा तो माहौल कैसे शांत होगा. ऐसे लोगों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होनी चाहिए. अगर सरकार ये पता नहीं लगा पा रही की 10 जून का पोस्टर किसने रिलीज़ किया था तो ये उसकी नाकामी.