वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में बैचलर ऑफ वैकेशन के सेमेस्टर दो के प्रश्न पत्र में बीफ पर सवाल पूछे जाने के बाद छात्र भड़क गए. छात्रों ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव को पत्र लिखकर जिम्मेदार शिक्षक, कोर्स कोऑर्डिनेटर और संबंधित अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है. छात्रों का कहना है कि इस तरह के सवाल पूछना विश्वविद्यालय के संस्थापक पंडित मदनमोहन मालवीय के सपनों के खिलाफ है. उनका कहना है कि महामना हमेशा गोवंश के संरक्षण के लिए काम करते रहे.
छात्र क्या आरोप लगा रहे हैं
छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना मदन मोहन मालवीय हमेशा गौ हत्या के खिलाफ रहे. छात्रों का कहना है कि मालवीय जी गोवंश संरक्षण के लिए आजीवन काम करते रहे हैं. ऐसे में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में गोवंश की पढ़ाई करना और बीफ पर सवाल पूछे जाना अनुचित है. छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
दरअसल बैचलर ऑफ वोकेशनल कोर्स में बीफ के वर्गीकरण को लेकर सवाल पूछा गया था. इसी सवाल पर छात्र भड़क गए हैं. आक्रोशित छात्र बुधवार दोपहर केंद्रीय कार्यालय में कुलपति से मिलने पहुंचे. इन छात्रों ने कुलपति की अनुपस्थिति में कुलसचिव से मिलकर ज्ञापन सौंपा. छात्रों ने बताया कि बी-वॉक (बैचलर ऑफ वोकेशनल) के दूसरे सेमेस्टर के प्रश्न पत्र के प्रश्न में बीफ क्या है, इसका वर्गीकरण करने, बनाने की विधि पर सवाल पूछा गया था. उनका कहना था कि विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना पंडित मदन मोहन मालवीय सदैव गोहत्या के खिलाफ रहे. उन्होंने गोवंश के संरक्षण के लिए कार्य किया. इसके बाद भी इस तरह का सवाल पूछा जाना महामना के सपनों को साकार करने की जगह अन्याय है.
छात्रों की मांग क्या है
छात्रों ने ऐसे में कोर्स कोऑर्डिनेटर, पेपर बनाने वाले शिक्षक और अन्य जिम्मेदारों को बर्खास्त करने के साथ-साथ उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है. आक्रोशित छात्रों ने चेतावनी दी है कि जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे.
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