Swachh Bharat Mission In Ghazipur: स्वच्छता मिशन के लेकर केन्द्र सरकार से लेकर राज्य सरकार (UP Government) करोड़ों रुपया पानी की तरह बहा रहे हैं, बावजूद इसके निचले स्तर पर अब भी कई तरह की लापरवाही देखने को मिल रही हैं. यूपी के गाजीपुर (Ghazipur) में रजदेपुर देहाती में बने सामुदायिक शौचालय को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वच्छता मिशन का यहां पर कितना पालन किया जा रहा है. इस क्षेत्र में शौचालय बने हुए एक साल से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन आज भी इस पर ताला लगा हुआ है. लोग इस शौचालय का इस्तेमाल तो दूर अब तो इसकी दीवारें तक टूटनी शुरू हो गई हैं. 


शौचालय के बाहर से लटका ताला


गाजीपुर के रोजा बस स्टैंड के पास रजदेपुर देहाती ग्राम सभा में एक साल पहले शौचालय का निर्माण कराया गया था, लेकिन आज तक ये शौचालय चालू नहीं हो पाया. इसकी तस्वीर देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसको बनाने में कितना घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ है. तभी तो एक साल में ही इसकी दीवारें तक झड़ने लगी हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि ये शौचालय जब से बना है तब से इसमें ताला लगा हुआ है. कहीं ना कहीं इसमें मानक की अनदेखी की गई है जिसे छिपाने के लिए ताला बंद किया गया है.


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स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां
इस मामले को लेकर जब जिला पंचायत राज अधिकारी कुमार अमरेंद्र से बात की गई तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच कराने की बात कही है. वहीं जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने तत्काल इस मामले पर खंड विकास अधिकारी को भेजकर जांच करने की बात कही है. दरअसल योगी सरकार के पहले कार्यकाल में सभी ग्राम सभाओं में 5.71हजार की लागत से सामुदायिक शौचालय बनाए जाने का फैसला लिया गया था. जिसके लिए ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी को बजट भी आवंटित कर दिया गया. लेकिन कई जगह प्रधान और सचिव की मिलीभगत से शौचालय के नाम पर घटिया निर्माण करवाकर हाथ झाड़ लिए गए.


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