Basti News: प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था भगवान के भरोसे चल रही है. राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही है, लेकिन सरकारी मुलाजिम सरकार की योजनाओं का बंटाधार करने में लगे हुए हैं. ऐसी ही एक योजना है मिड डे मील योजना (Mid Day Meal Scheme) जिसका एकमात्र उद्देश्य स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है, लेकिन भ्रष्ट अधिकारी बच्चों के इस खाने को भी खुद ही डकारने की कोशिश कर रहे हैं.
बाजार में बिकने जा रहा था मिड डे मील का राशन
ताजा मामला बस्ती जिले का है, जहां रात में ग्रामीणों ने एक ट्रैक्टर से मिड डे मील का राशन पकड़ा. रात के अंधेरे में इंटर कॉलेज के कुछ लोग मिड डे मील के राशन को बोरियों में भरकर ट्रैक्टर के जरिए बाजार में बेचने की कोशिश में थे, जैसे ही ग्रामीणों को इसकी सूचना मिली उन्होंने ट्रैक्टर रुकवा लिया. जह उन्होंने ड्राइवर से पूछा कि यह राशन कहां का है तो उसने बताया कि राशन संत कबीर शंकर दास इंटर कॉलेज का है. इसके बाद ग्रामीणों ने ट्रैक्टर चालक को पकड़ लिया, जबकि एक आरोपी बाबू वहां से फरार हो गया, जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्राली को कब्जे में ले लिया.
कॉलेज के बाबू की मिलीभगत से हो रहा था काम
दरअसल सोनहा थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव में स्थित संत कबीर शंकर दास इंटर कॉलेज से देर रात सरकारी राशन लदा एक ट्रैक्टर स्कूल से बाहर जा रहा था जिसकी भनक ग्रामीणों को लग गई. ग्रामीणों ने ट्रैक्टर को रुकवाया तो पता चला कि यह सरकारी राशन असल में मिड डे मील योजना का है. ट्रैक्टर को चेक करने के बाद ग्रामीणों ने पाया कि इसमें 37 बोरा सरकारी राशन चोरी कर ले जाया जा रहा है जोकि बाजार में बिकने के लिए जा रहा था. ग्रामीणों का आरोप है कि इंटर कॉलेज में तैनात बाबू गुरु प्रसाद की मिलीभगत से बच्चों का निवाला छीन कर इसे बाजार में भेजा जा रहा था.
ट्रैक्टर से मिली सरकारी राशन की 37 बोरियां
इसकी सूचना ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रैक्टर पर लादा गया 37 बोरा राशन अपने कब्जे में ले लिया और इसकी सूचना तत्काल जिले के आला अधिकारियों को दी. फिलहाल ग्रामीणों ने सरकारी राशन की चोरी करने के लिए स्कूल के बाबू के खिलाफ सोनहा थाना में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है जिस पर सोनहा पुलिस ने तहरीर के आधार पर छानबीन शुरू कर दी है और जिला अधिकारी के आदेश का इंतजार कर रही है. पुलिस का कहना है कि क्योंकि यह मामला सरकारी राशन से जुड़ा हुआ है इसलिए जिलाधिकारी की जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा.
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