Kannauj Railway Station Accident: उत्तर प्रदेश के कन्नौज में रेलवे स्टेशन पर अमृत भारत योजना के तहत निर्माणाधीन दो मंजिला भवन का लिंटर ढह गया. अचनाक लिंटर ढहने से रेलवे के कई कर्मी और मजदूर मलबे में दब गए. इस घटना के बाद मौके पर अफर तफरी मच गई. हादसे के बाद आरोप प्रत्योप का दौर शुरू हो गया है.
इस बीच कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हुई घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया है. जांच टीम में मुख्य इंजीनियर (प्लानिंग एवं डिजाइन), अपर मंडल रेल प्रबंधक इज्जतनगर और रेलवे सुरक्षा बल के मुख्य सुरक्षा आयुक्त शामिल होंगे.
इसके अलावा प्रशासन की तरफ घटना में घायल मजदूरों का समुचित इलाज चिकित्सालय में किया जा रहा है. घटना में घायल मजदूरों की अनुग्रह राशि (Ex-Gratia) राशि को बढ़ा दिया गया है. इसके तहत मामूली रूप से घायलों को पचास हजार रुपये और गंभीर रूप से घायलों को दो लाख पचास हजार रुपये कर दी गई है.
कई लोगों के दबे होने की आशंका
बता दें, शनिवार (11 जनवरी) को कन्नौज में रेलवे स्टेशन पर अमृत भारत योजना के तहत निर्माणाधीन दो मंजिला भवन का लिंटर ढहने से रेलवे के कई कर्मी और मजदूर मलबे में दब गए. पुलिस ने मलबे में कई मजदूरों के दबे होने की आशंका जताई है. फिलहाल तत्काल बचाव अभियान शुरू करके छह घायल मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला गया है.
हादसे के बाद स्टेशन पर मौजूद यात्रियों में भी भगदड़ मच गई. मौके पर अधिकारियों ने आकर जांच पड़ताल शुरू की और बचाव अभियान शुरू कर दिया. कन्नौज के जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने बताया कि यह एक गंभीर हादसा है. प्राथमिकता सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने की है. उन्होंने कहा कि हादसे के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
राहत बचाव कार्य जारी
जिलाधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमें भी राहत कार्य में जुटी हुई हैं. उन्होंने बताया कि अब तक छह मजदूरों को सुरक्षित निकाला गया है, जबकि अभी भी करीब बीस मजदूर मलबे में फंसे हुए हैं.घायलों को नजदीकी जिला अस्पताल और कानपुर के हैलट अस्पताल भेजा गया है. राहत और बचाव कार्य जारी हैं.
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