Basti Accident News: बस्ती के मखौड़ा धाम से 84 कोसी परिक्रमा पर निकले तीन साधुओं को पिकअप ने मारी टक्कर, दर्दनाक मौत
Basti Road Accident: मखौड़ा धाम से से राम की नगरी 84 कोसी परिक्रमा को पूरा करने के लिए अयोध्या जा रहे तीन साधुओं को उनकी ही टोली के पिकअप ने पीछे से टक्कर मार दिया. घायल संतों को अस्पताल ले जाया गया.
Basti Road Accident News: लापरवाह पूर्वक वाहन चलाना कितना खतरनाक हो सकता है, इसकी एक बानगी बस्ती जनपद में इस वक्त देखने को मिली, जब 84 कोसी परिक्रमा को पूरा करने के लिए अयोध्या जा रहे मखौड़ा धाम से जैसे ही साधुओं की टोली पैदल निकली तो परशुरामपुर थाना क्षेत्र के रायपुर गैन के पास तीनों साधुओं को एक तेज रफ्तार पिकअप ने कुचल दिया. जिसके बाद तीनों साधु मौके पर दम तोड़ दिुए. पुलिस ने तीनों साधु को अस्पताल तक पहुंचाया मगर तब तक काफी देर हो चुकी थी और डॉक्टर ने तीनों साधुओं को मृत घोषित कर दिया.
परशुरामपुर थाना क्षेत्र के परसा लकड़मंडी मार्ग पर बुधवार की सुबह तीन जिंदगियों के लिए एक बहुत बुरी खबर लेकर आई. रायपुर गांव के पास 84 कोसी परिक्रमा के अंतिम पड़ाव स्थल मख क्षेत्र मखौड़ा से हवन पूजन कर वापस कटरा कुटी धाम लौट रहे साधु संतों के जत्थे को उनकी ही टोली के पिकअप ने पीछे से टक्कर मार दिया. जिससे तीन संत गंभीर रूप से घायल हो गए. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल संतों को स्थानीय लोगों के सहयोग से उपचार के लिए एंबुलेंस के जरिए श्री राम अस्पताल अयोध्या पहुंचाया.
चालक को गिरफ्तार कर कार्रवाई की जा रही है
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो पिकअप चालक की नींद न पूरी होने के कारण झपकी लग जाने से वाहन से नियंत्रण खो दिया और यह हादसा हो गया. इस संबंध में परशुरामपुर के प्रभारी निरीक्षक तहसीलदार सिंह ने बताया कि पिकअप और चालक को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. बीते 23 अप्रैल से शुरू हुयी चौरासी कोसी परिक्रमा से लौटे साधू संत मखौड़ा धाम में परिक्रमा संपन्न कर वापस लौट रहे थे.
क्या है 84 कोशी परिक्रमा
रामनगरी की 84 कोसी परिक्रमा का विधिवत शुभारंभ वैशाख कृष्ण प्रतिपदा के पर्व पर 24 अप्रैल को मख भूमि (मखौड़ा धाम) से हुआ है. बस्ती जनपद में मनोरमा नदी के तट पर स्थित यह वह पौराणिक स्थल है, जहां चक्रवर्ती नरेश महाराज दशरथ ने पुत्रेष्टि यज्ञ कराया था. इस यज्ञ के फलस्वरूप भगवान राम और उनके तीनों अनुजों का प्राकट्य हुआ. त्रेता युग से चली आ रही 84 कोसी परिक्रमा की शुरुआत सैकड़ों वर्ष पहले हुआ था, तब से इस 84 कोसी परिक्रमा की शुरुआत बस्ती जनपद के मखौड़ा धाम से होती है. जो लगभग पांच जिलों से होकर गुजरती है.
22 दिनों तक चलकी है यह परिक्रमा
84 कोशी परिक्रमा 22 दिनों तक चलती है. पौराणिक मान्यता के अनुसार 84 कोसी परिक्रमा करने से मनुष्य के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. साथ ही साथ मनुष्य को 84 लाख योनियों में आत्मा के भटकने से भी मुक्ति मिल जाती है. 84 कोसी परिक्रमा में देश-विदेश के साधू-संतो के साथ ही श्रद्धालुओं का भी जमावड़ा लगता है. यह परिक्रमा बस्ती के मखौड़ा धाम से मनोरमा नदी में स्नान-ध्यान करने के बाद से शुरू होती है.
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