दिल्ली से लोनी बॉर्डर पहुंचना होगा आसान! जनवरी से सिर्फ 20 मिनट की रह जाएगा दूरी
Delhi Dehradun Expressway: दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से जारी है. इसके जल्द पूरा होने की उम्मीद है. इसके यूपी के कई जिलों को फायदा होगा, जिसे जल्द ही आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.
UP News Today: दिल्ली से उत्तर प्रदेश बॉर्डर (लोनी) की ओर रोजाना सफर करने वाले लोगों के लिए राहत की खबर है. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के जरिये तैयार किया जा रहा दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेसवे लगभग तैयार है. इसके बनने से न सिर्फ आवगमन आसान और सस्ता होगा बल्कि इसके नजदीकी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का तेजी से विकास होगा.
जनवरी 2025 से इसे जनता के लिए खोलने की तैयारी है. इस एक्सप्रेसवे के जरिए अक्षरधाम से लोनी बॉर्डर तक का सफर केवल 20 मिनट में पूरा किया जा सकेगा, जो पहले एक घंटे से अधिक का होता था. इससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी.
6-लेन एक्सप्रेसवे, सर्विस रोड तैयार
NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर धीरज सिंह के मुताबिक, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का 31.6 किमी का शुरुआती हिस्सा (अक्षरधाम से ईपीई क्रॉसिंग, खेकड़ा तक) लगभग पूरा हो चुका है. इसमें 18 किमी लंबा एलिवेटेड रोड शामिल है, जिसकी लागत 1323 करोड़ रुपये है. इसके साथ ही 6-लेन सर्विस रोड भी बनाई गई है. ट्रायल पूरा होने के बाद केवल फिनिशिंग का काम बचा है, जिसे अगले महीने यानी दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा.
दिल्ली- देहरादून का सफर हुआ आसान
12 हजार करोड़ रुपये की लागत से बन रहा दिल्ली-देहरादून ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की लंबाई 212 किमी हैं, ये दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होकर बागपत, शामली, सहारनपुर होते हुए देहरादून तक जाएगा. यह एक्सप्रेसवे चार हिस्सों में बन रहा है. अक्षरधाम से खेकड़ा (EPE जंक्शन) और बागपत से सहारनपुर तक दो-दो चरणों में निर्माण हो रहा है. पहले चरण का काम लगभग पूरा हो चुका है.
स्थानीय लोगों को भी मिलेगा फायदा
दिल्ली से लोनी, गाजियाबाद, सोनिया विहार, करावल नगर और यमुना पुश्ता जैसे क्षेत्रों में जाने वाले लोगों के लिए भी यह एक्सप्रेसवे बड़ी राहत लेकर आएगा. अक्षरधाम से सीधे एक्सप्रेसवे के जरिए इन क्षेत्रों तक तेजी से और कम खर्च में सफर किया जा सकेगा.
अगले साल यानी जनवरी 2025 में इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से लोगों का न केवल समय बचेगा, बल्कि ईंधन की खपत भी कम होगी. यह परियोजना आने वाले समय में दिल्ली-एनसीआर और उत्तराखंड के बीच कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी. इससे उत्तराखंड की जाने वाले पर्यटकों को भी राहत मिलेगी.
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