Lucknow News: राजधानी लखनऊ (Lucknow) में सड़कों पर ट्रैफिक (Traffic) का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसकी वजह से अक्सर कई जगहों पर जाम की समस्या खड़ी हो जाती है. लेकिन अब इस समस्या से निजात मिलने जा रही है, क्योंकि लखनऊ के ट्रैफिक को अब मुंबई (Mumbai) की तर्ज पर कंट्रोल किया जाएगा. मुंबई की तरह लखनऊ में ट्रैफिक लाइटों (Taffic Light) का संचालन किया जाएगा, जिसके लिए तमाम चौराहों और तिराहों पर लगे आईटीएमएस (ITMS) के कैमरे में नया सॉफ्टवेयर (Software) लगाया जाएगा. इस सॉफ्टवेयर के जरिए ट्रैफिक के दबाव के जरिए ही ट्रैफिक सिग्नल (Traffic Signal) की बत्तियां संचालित होंगी. 


नए सॉफ्टवेयर से लेस किए गए 700 कैमरे


लखनऊ में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से 700 कैमरे लगाए गए हैं. इन कैमरों में सेंसर लगे हुए हैं जो कि 500 मीटर की दूसरी तक के ट्रैफिक पर नजर रखेंगे, इन सेंसर के जरिए जिस भी ट्रैफिक सिग्नल पर ज्यादा दबाव दिखाई देगा ये सेंसर उसके मुताबिक ट्रैफिक सिग्नलों को रेड, ग्रीन और यलो लाइट में परिवर्तित करेगा. इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए टेक्नोसेस के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर अंकित शर्मा ने कहा कि ITMS के व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम पर सॉफ्टवेयर के जरिए सिग्रनल कंट्रोल होगा. इससे लोग बिना चौराहों पर फंसे ही यहां से आसानी से गुजर सकेंगे. 


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सिग्नल के आसपास से हटेगा अतिक्रमण


दरअसल लखनऊ में ज्यादातर अस्त-व्यस्त चौराहों की वजह से ट्रैफिक जाम होता है. इसलिए इसे सुधारने के रोड इंजीनियरिंग के सहारे आसपास फैले अतिक्रमण को सुधारा जाएगा. इस कड़ी में गुरुवार को निशांतगंज तिराहे पर बने आईलैंड को भी हटा दिया गया है. इससे वाहन सवार आसानी से हजरतगंज से महानगर और पेपरमिल कॉलोनी की ओर जा सके. दरअसल आईलैंड उस जगह को कहा जाता है जहां ट्रैफिक कर्मी खड़े होकर चौराहे के चारों तरफ नजर रखता है और यहां से ट्रैफिक का संचालन करता है.


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