Agra International Wire Conference: आगरा में दो दिवसीय इंटरनेशनल वायर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. 2 दिन तक चलने वाले इंटरनेशनल वायर सम्मेलन का उद्घाटन आज यानी 3 फरवरी को कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह (Mnoj Kumar Singh) ने किया. इस दौरान आगरा मंडल आयुक्त रितु माहेश्वरी सहित बड़े अधिकारी उपस्थित रहें. दो दिवसीय इंटरनेशनल वायर सम्मेलन का उद्देश्य है कि आलू के उत्पादन को उच्च कोटि तक कैसे ले जाया जा सकता है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के आलू की मांग देश के अन्य प्रदेशों के साथ-साथ दुनिया भर के देशों में कैसे बड़े और निर्यात किया जाए, जिससे किसानों को अधिक लाभ मिल सके, जिसको लेकर सम्मेलन में चर्चा की गई.


सम्मेलन में आलू किसान के साथ-साथ व्यापारी बागवानी और निर्यात करने वाले लोग सम्मिलित हुए. उच्च कोटि के आलू के उत्पादन हेतु विचार किए गए. उत्तर प्रदेश में 7 लाख हेक्टेयर भूमि पर आलू उत्पादन होता है और उच्च कोटि के आलू को विदेश में निर्यात किया जाए. जिससे आलू किसान को एक बड़ी राहत मिले. इसी उद्देश्य के साथ इंटरनेशनल वायर सम्मेलन का आयोजन किया गया है. इसमें उच्च कोटि के आलू की प्रदर्शनी भी लगाई गई. जिससे उत्तर प्रदेश में उत्पादित होने वाले आलू की अधिक जानकारी लोगों को मिल सके और बेहतर उत्पादन हेतु किसान अपनी फसल को तैयार कर सकें. सरकार ने आगरा में अंतरराष्ट्रीय आलू अनुसंधान केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है. जिससे यहां के किसानों को अधिक लाभ मिल सकेगा और विदेशों में आलू का निर्यात भी बढ़ जाएगा.


आगरा को मिला अंतरराष्ट्रीय आलू अनुसंधान केंद्र


आगरा में आयोजित हो रहे दो दिवसीय इंटरनेशनल वायर सम्मेलन में पहुंचे कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 7 लाख हेक्टेयर भूमि पर आलू का उत्पादन होता है. उत्तर प्रदेश के आलू की मांग देश के अन्य प्रदेशों के साथ दूसरे देशों में भी रहती है. आलू का निर्यात बढ़ाया जाए आलू की उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता बेहतर हो इसके लिए सम्मेलन का आयोजन किया गया है. किसान के आलू का दूसरे देशों में निर्यात हो, जिसमें किसान को लाभ मिलेगा और आगरा को अंतरराष्ट्रीय आलू अनुसंधान केंद्र दिया गया है. जिससे यहां के किसानों को अधिक लाभ मिल सकेगा. वहीं किसानों का कहना है कि इस तरह के सम्मेलन से विचारों का आदान-प्रदान होता है और फसल संबंधी जानकारी अधिक मिलती है. आलू का निर्यात अगर विदेश में बढ़ जाता है तो आलू किसान को बड़ी राहत मिल सकती है. इसके साथ ही यह बड़ी बात है कि आगरा को अंतरराष्ट्रीय आलू अनुसंधान केंद्र मिला है, जिससे किसानों को लाभ मिलेगा. (लक्ष्मीकांत की रिपोर्ट)


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