Sambhal Mandir News: उत्तर प्रदेश स्थित संभल में 46 साल बाद एक मंदिर मिलने के घटनाक्रम पर वकील विष्णुशंकर जैन ने प्रतिक्रिया दी है. वकील ने विष्णु शंकर जैन ने कहा कि 'संभल में जिला प्रशासन ने एक मंदिर की खोज की है जो 46 वर्षों से बंद था. यह सब साबित करता है कि हमारा प्राचीन नक्शा, जिसके बारे में मैंने हमेशा कहा था कि वह मौजूद है, खोजा गया है और यह साबित करता है कि संभल एक तीर्थ स्थल है. मंदिर के आसपास के क्षेत्र में कई कुएं और अन्य मंदिर पाए जा रहे हैं जो क्षेत्र के प्राचीन नक्शे को साबित करते हैं.;


उन्होंने कहा '12 दिसंबर का सुप्रीम कोर्ट का आदेश यहां लागू नहीं होता क्योंकि इसमें कहा गया था कि मौजूदा मुकदमों में कोई प्रभावी आदेश पारित नहीं किया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा कि कोई नया मामला दर्ज नहीं किया जाएगा. मैं 12 दिसंबर के सुप्रीम कोर्ट के आदेश से संतुष्ट नहीं हूं. हमने पूजा स्थल अधिनियम की संवैधानिक वैधता को चुनौती दी थी, हमें उम्मीद थी कि इस पर सुनवाई होगी, लेकिन हमें पता चला कि AIMPLB ने पूजा स्थल अधिनियम को लागू करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक आवेदन दायर किया है.  जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने भी एक आवेदन दायर किया था.'


संभल में मिलीं तीन और मूर्तियां
जैन ने कहा 'हमें नहीं पता था कि उनके आवेदन पर अंतरिम आदेश तुरंत पारित किया जाएगा. मैं सुप्रीम कोर्ट के 12 दिसंबर के आदेश से संतुष्ट नहीं हूं. उस अंतरिम आदेश में अधिनियम का कार्यान्वयन रोक दिया जाना चाहिए था.'


संभल में शिव-हनुमान मंदिर के पास स्थित कुएं से तीन मूर्तियां बरामद की गईं. मंदिर को कथित तौर पर 1978 के बाद पहली बार 14 दिसंबर को पुनः खोला गया.


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