Bareilly News: बरेली में धर्मांतरण मामला गरमाया, SSP ऑफिस पहुंची महिलाएं बोलीं- 'हम धर्म परिवर्तन नहीं कर्म...'
UP News: दरअसल सुभाषनगर थाना क्षेत्र के वंशी नगला में पिछले 20 सालों से हिंदुओं को ईसाई बनाने का काम चल रहा था, यहां पर एक घर में ईसाई समाज के लोग ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार कर रहे हैं.
Bareilly News: बरेली में हिंदुओं को ईसाई बनाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पुलिस ने हिंदू संगठनों की तहरीर पर एक दिन पहले ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार कर रहे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था, तो वहीं आज पुलिस ने 2 लोगों को हिरासत में ले लिया. हिरासत में लिए गए लोगों को छुड़ाने के लिए आज बड़ी संख्या में महिलाएं एसएसपी ऑफिस पहुंचीं और हिरासत में लिए गए लोगों को छुड़ाने का दबाव बनाया.
हम धर्म परिवर्तन नहीं करवाते, कर्म परिवर्तन करते हैं
ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार करने वाले भगवान दास की पत्नी ऊषा रानी बड़ी संख्या में महिलाओं को लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंचीं. ऊषा रानी ने आरोप लगाया कि कल कई सारे हिंदू संगठनों के लोग पहुंचे थे और उन्होंने धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया और वहां मौजूद लोगों के साथ गाली गलौज की. ऊषा रानी का कहना है कि हमारे पति को और एक अन्य शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
उन्होंने कहा कि हम धर्म परिवर्तन नहीं करवाते हैं हम कर्म परिवर्तन करते हैं और मन परिवर्तन करते हैं. हम बुरे काम नहीं करते हैं. ऊषा रानी ने कहा कि अक्सर इस तरीके के आरोप हम लोगों पर लगाए जाते हैं कि हम धर्म परिवर्तन कर रहे हैं, आज हम सभी लोग इसीलिए आए हैं कि जिन दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उन्हें छोड़ा जाए और हमारा मुकदमा दर्ज किया जाए.
वहीं, भगवान दास ने अपने घर पर जो नेम प्लेट लगाई है उसमें उन्होंने अपने आपको अर्न्तराष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठन मण्डल सचिव लिख रखा है और उसमें पुलिस का लोगो भी लगा हुआ है. उन्होंने अपने घर पर लिख रखा है- प्रभु का दस भगवान दास. भगवान दास ने अपने घर पर एक और बड़ा सा बोर्ड लगा रखा है जिसमें उन्होंने लिख रखा है ए जी प्रार्थना भवन, असेंबली ऑफ गॉड और ईसाई धर्म का निशान बना हुआ है.
20 सालों से चल रहा है धर्मांतरण का धंधा
दरअसल सुभाषनगर थाना क्षेत्र के वंशी नगला में पिछले 20 सालों से हिंदुओं को ईसाई बनाने का काम चल रहा था, यहां पर एक घर में ईसाई समाज के लोग ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार कर रहे हैं. आरोप है कि ये लोग भोले-भाले और गरीब हिंदुओं को लालच देकर अपने जाल में फंसाते हैं और उनका मतांतरण करके धर्म परिवर्तन करवाते हैं. जब इसकी सूचना हिंदूवादी संगठनों को हुई तो उन्होंने पुलिस से इसकी शिकायत की, जिसके बाद सुभाषनगर थाने की पुलिस ने मौके पर जाकर छापा मारा तो पुलिस हैरान रह गई.
पुलिस ने वहां देखा कि करीब 100 महिलाएं और पुरुष यीशु मसीह की प्रार्थना कर रहे हैं. पुलिस को प्रार्थना सभा से यीशु मसीह की फोटो, बाइबल और ईसाई धर्म के प्रचार प्रसार की कुछ सामग्री भी मिली है. हिंदू संगठनों की तहरीर पर पुलिस ने इस मामले में आधा दर्जन लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज किया है. बड़ी बात ये है कि ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार कर रहा एक नामजद आरोपी पवन कुमार पत्रकार बनकर थाने पहुंच गया, जिसे हिंदू संगठनों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.
मामले को लेकर क्या बोले एसएसपी
मामले को लेकर एसएसपी अखिलेश चौरसिया ने कहा कि हमें सुभाषनगर थाना क्षेत्र के बंसी नगला में कुछ लोगों द्वारा ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार करने और हिंदुओं को ईसाई बनाए जाने की सूचना मिली थी. जांच के बाद इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है और 2 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. उन्होंने बताया की दूसरी ओर से भी तहरीर मिली है जिसमें मारपीट का आरोप लगाया गया है. फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. पुलिस ने इस मामले में भगवान दास, प्रेरणा सिंह, सुनीता, सीता, पवन कुमार और जानकी प्रसाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
वहीं, जब एबीपी गंगा पर इस खबर को प्रमुखता से दिखाया गया तो बरेली से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मच गया. लखनऊ से आला अधिकारियों के पास फोन घन-घनाने लगे, जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार करने वाले 2 लोगों को हिरासत में ले लिया.
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