Ayodhya News: राजनीति में कुर्सी का बहुत महत्व होता है और इसके लिए सही समय पर सही कदम उठाना बहुत जरूरी होता है. कुछ ऐसा ही अयोध्या (Ayodhya) के स्वर्गद्वार वार्ड से पार्षद महेंद्र शुक्ला ने किया है. नगर निगम चुनाव के लिए आरक्षण की सूची जैसे ही जारी हुई और इनका वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित हुआ, वैसे ही महेंद्र शुक्ला मुहूर्त की परवाह किए बिना अगले दिन ही सीधे रजिस्ट्री ऑफिस पहुंच गए और कोर्ट मैरिज कर डाली. महेंद्र शुक्ला ने बताया कि इतने दिनों मैने लोगों की सेवा की है. अब दोनों मिलकर सेवा करेंगे और लोग बहू-बेटी समझ कर मुंह दिखाई में वोट जरूर देंगे और यही पार्षद की कुर्सी उनकी पत्नी के लिए शादी का तोहफा होगा और शादी की दावत जीत की खुशी में दे देंगे.
अयोध्या के स्वर्गद्वार के रहने वाले नवयुवक महेंद्र शुक्ला ग्रेजुएट है और इसी वार्ड से पार्षद भी हैं. पिछली बार अयोध्या और फैजाबाद की दोनों नगरपालिका को मिलाकर नगर निगम बनाया गया, तब महेंद्र शुक्ला समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े और पहली बार में ही पार्षद हो गए. उन्होंने उस वार्ड से जीत दर्ज दर्ज की, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर साल दीपोत्सव जैसा बड़ा आयोजन करते हैं.
महिला सीट होने पर कर ली कोर्ट मैरिज
सपा पार्षद महेंद्र शुक्ला अब दोबारा पार्षद चुनाव की तैयारी में लगे थे कि 1 दिसंबर को पता चला कि उनकी सीट महिलाओं के लिए आरक्षित हो गई है. बस फिर क्या था, उसी दिन उन्होंने शादी के लिए आवेदन किया और अगले दिन 2 दिसंबर को सीधे अपनी पड़ोस की प्रिया शुक्ला को लेकर रजिस्ट्रार ऑफिस जा पहुंचे और कोर्ट मैरिज कर डाली. महेंद्र शुक्ला कहते हैं उनकी सगाई पहले ही तय हो गई थी. फरवरी में शादी का मुहूर्त था, कैसे मुहूर्त का इंतजार करता है अब शादी हो गई हो तो पत्नी पार्षद का चुनाव लड़ेंगी.
स्वर्गद्वार वार्ड से सपा पार्षद महेंद्र शुक्ला ने कहा कि देखिए मैं स्वर्गद्वार वार्ड से पार्षद हूं. मौके पर और राजनीति में आगे बढ़ने की हर किसी की इच्छा होती है. हम लोगों ने समाज सेवा की है. शादी की डेट और मुहूर्त फिक्स था, लेकिन एकाएक महिला सीट करने के कारण हम लोगों को कोर्ट मैरिज करना पड़ा. कोर्ट मैरिज करके धर्म पत्नी चुनाव लड़ रही हैं, 1 दिन बड़ा कार्यक्रम फंक्शन करके समाज को निमंत्रण करके प्रीतिभोज किया जाएगा.
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