UP Nikay Chunav 2023: आगरा में बीजेपी ने हिस्ट्रीशीटर को बनाया उम्मीदवार, सोशल मीडिया पर क्राइम कुंडली हो रही वायरल
UP Nagar Nikay Chunav 2023: बीजेपी ने आगरा के वार्ड नंबर 40 से रवि दिवाकर को पार्षद का टिकट दिया है. वो शाहगंज थाने का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर है. अब उसका हिस्ट्रीशीटर होने का बोर्ड वायरल हो रहा है.
UP Nagar Nikay Chunav 2023 Date: यूपी नगर निकाय चुनाव का बिगुल बज गया है, पहले चरण के लिए प्रत्याशियों का नामांकन हो चुका, जबकि दूसरे चरण के लिए आज से उम्मीदवारों को नामांकन शुरू हो गया है. इस बीच रविवार शाम को बीजेपी (BJP) लंबे इंतजार के बाद पार्षद पद के कैंडिडेट्स की लिस्ट जारी की, जिसमें आगरा (Agra) से पार्टी ने एक ऐसे उम्मीदवार को मैदान में उतारा है जो हिस्ट्रीशीटर है. ये बात ऐसे में और भी ज्यादा अहम हो जाती है जब बीजेपी खुद चाल, चरित्र और चेहरा का दावा करती है और माफियाओं को खत्म करने का दम भरती है.
भारतीय जनता पार्टी ने आगरा नगर निगम चुनाव मैदान में हिस्ट्रीशीटर को बीजेपी की प्रत्याशी बना दिया है, पार्टी ने आगरा के वार्ड नंबर 40 से रवि दिवाकर को पार्षद पद का टिकट दिया है. रवि दिवाकर शाहगंज थाने का कुख्यात और हिस्ट्रीशीटर है. जिसके बाद सोशल मीडिया पर उसके हिस्ट्रीशीटर होने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इनमें शाहगंज थाने के बोर्ड की भी एक तस्वीर है जिसमें रवि दिवाकर का नाम इलाके के हिस्ट्रीशीटरों के नाम की सूची में शामिल है, उसके खिलाफ एससी एसटी एक्ट समेत कई केस दर्ज है.
विरोधी दलों ने बीजेपी पर साधा निशाना
अपराध और अपराधियों को खत्म करने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने हिस्ट्रीशीटर को पार्षद की टिकट दी है, जिसके बाद विरोधी दलों ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विरोध दल अब इस बात को लेकर बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं. उनका कहना है कि रवि दिवाकर को टिकट देने वाली बीजेपी का चाल, चरित्र और चेहरा सामने आ गया है. बीजेपी भी अपराधियों से अलग नहीं है. इससे साफ हो गया है कि बीजेपी जो दावा करती है वो हकीकत से अलग है.
रवि दिवाकर को लेकर हो रहे हमलों पर बीजेपी ने अभी चुप्पी साधे हुई है. रवि दिवाकर इससे पहले भी साल 2012 में सपा के टिकट से चुनाव लड़ चुका है. वहीं अब बीजेपी द्वारा उम्मीदवार घोषित किए जाने पर सोशल मीडिया पर क्राइम कुंडली तेजी से वायरल होने लगी है.
ये भी पढ़ें- Abp C Voter Survey: अतीक अहमद की हत्या और असद के एनकाउंटर से बीजेपी को फायदा या नुकसान? ये हैं सर्वे के आंकड़े