UP Nagar Nikay Chunav 2023: बस्ती जनपद में निकाय चुनाव (Nikay Chunav) को लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. सपा (SP), बसपा (BSP) और कांग्रेस (Congress) के उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल कर दिया है. सबसे दिलचस्प मुकाबला इस समय बस्ती नगर पालिका और हरैया नगर पंचायत में देखने को मिल रहा है, जहां पर 20 साल पुराने कांग्रेसी नेता सपा का दामन थाम चुके है तो कहीं 15 साल के पुराने सपाई बसपा के हाथी पर सवार हो गए हैं. कुर्सी की चाहत में नेताजी दल बदल कर चुनाव मैदान में कूद पड़े हैं और खुद की जीत का दावा कर रहे हैं. 


पहले हम आपको बस्ती नगर पालिका सीट का संकट समझाते हैं, इस सीट पर 2017 के नगर पालिका के चुनाव में कांग्रेस के 19 साल पुराने नेता अंकुर वर्मा की पत्नी नेहा वर्मा महज 2029 वोट से बीजेपी की रूपम मिश्रा से हार गई थी, तो इस बार वो कांग्रेस का दामन छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गई हैं और सपा के सिंबल पर चुनाव मैदान में ताल ठोक रही हैं. सपा नेता अंकुर वर्मा की छवि को लेकर कहा जाता है कि वे बेहद सरल और सीधे स्वभाव के है जिसका फायदा इस बार उन्हें जरूर मिलेगा.


बस्ती में दिलचस्प हुआ मुकाबला


अंकुर वर्मा का राजनीतिक सफर काफी संघर्षों से भरा रहा है, कांग्रेस में लंबा वक्त बिताने के बावजूद वो किसी मुकाम पर नहीं पहुंच सके, जिस वजह से इस बार नगर पालिका की जनता उन्हें बेचारा से जोड़ कर देख रही है. मगर ये तो आने वाले 11 मई को ही साफ हो सकेगा कि असल में जनता के दिलो में कौन अपनी जगह बना पाया है. वहीं सपा के चुनाव प्रभारी और जिला अध्यक्ष दोनों ने दावा किया कि पिछले 2 कार्यकाल से बीजेपी का नगरपालिका पर कब्जा रहा है मगर उन्होंने कोई काम नहीं किया. उन्होंने पूरे शहर को कूड़ा कर दिया इसलिए अगर उनकी पार्टी का कैंडिडेट अध्यक्ष पद के लिए चुना जाता है तो वह शहर के विकास पर विशेष जोर देकर काम करेंगे.


15 साल पुराने सपाई ने छोड़ा साथ 
अब बात करते हैं नगर पंचायत हरैया की, जिस की लड़ाई इस वजह से रोमांचक हो जाती है क्योंकि पिछले 15 साल से सपा के नेता राजेंद्र प्रसाद गुप्ता अध्यक्ष पद के कुर्सी पर काबिल थे, मगर इस बार उनका टिकट काट दिया गया. जिसके बाद वह नाराज होकर बसपा के हाथी पर सवार हो गए हैं और आज उन्होंने अपना पर्चा दाखिला करते हुए दावा किया कि पिछले 15 साल से उन्होंने नगर पंचायत हरैया का विकास किया है और व्यक्तिगत तौर पर जनता उन्हें पसंद भी करती है इसलिए अगर वह इस बार भी नगर पंचायत के कुर्सी पर बैठते हैं तो एक बार फिर से विकास के नए आयाम लिखेंगे. 


सपा से बागी होने के बाद 24 घंटे में बसपा के हाथी पर सवार होकर जनता के बीच आए राजेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि जनता उनके काम पर वोट करेगी. 


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