Mirzapur Nikay Chunav 2023: मिर्जापुर में नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव प्रचार जोरों पर है, सभी अपनी अपनी जीत का दावा कर रहे है. दूसरे दल से आए नेता को टिकट मिलने से पार्टी से चुनाव टिकट मिलने का दम भरने वालों ने परेशानी बढ़ाई हुई है. टिकट के दावेदार अब निर्दलीय लड़के चुनौती दे रहे हैं. एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार श्याम सुंदर केसरी को जहां पार्टी द्वारा किए गए काम के आधार पर जीत का भरोसा है, वहीं बागी प्रत्याशी से उनको कोई फर्क नही पड़ता. भारतीय जनता पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता चुनाव लड़ रहा है.
वहीं भारतीय जनता पार्टी के बागी नेता मनोज श्रीवास्तव निर्दल के रूप में चुनाव लड़ के बीजेपी की नींद उड़ा दिए हैं. उनका कहना है कि उनके साथ नाइंसाफी हुई है, मैंने समझौता नहीं किया है. बीजेपी की विचारधारा को मैंने खून पसीने से सींचा है. उनको भी अपनी जीत का पूरा भरोसा है. कांग्रेस छोड़ के समाजवादी पार्टी का दामन पकड़ने वाले सतीश मिश्र को अखिलेश पर विश्वास है की सपा को लोग पसंद कर रहे हैं. वहीं समाजवादी पार्टी से झटका खाएं सुनील पांडे आप का दामन पकड़ कर लोगों को रिझा रहे हैं.
भारतीय जनता पार्टी पिछले 2 बार से मिर्जापुर नगर पालिका पर कब्जा बनाई हुई है और इस बार मिर्जापुर में लड़ाई त्रिकोणीय है. एक तरफ जहां कांग्रेस से आए सतीश मिश्र को सपा ने टिकट दे कर सालों से टिकट की आस लगाए सपाइयों को निराश किया. वहीं सपा के नेता सुनील पांडे ने आप से मैदान में उतर कर सपा की मुश्किलें बढ़ा दी है. वहीं बीजेपी के तेजतर्रार नेता व प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य मनोज श्रीवास्तव को टिकट नहीं दिया तो मनोज श्रीवास्तव निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. जिससे बीजेपी के प्रत्याशी की नींद उड़ी हुई है वो मनोज श्रीवास्तव के मान मनौवल में लगे हुए हैं. वहीं कांग्रेस परिवारवाद को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस नेता दीपचंद्र जैन की बहु प्रियंका जैन को ही टिकट दे कर चुनाव मैदान में उतारा है.