UP Nikay Chunav 2023: यूपी निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपनी रणनीति में किया बड़ा बदलाव, इन मंत्रियों को मिली अहम जिम्मेदारी
UP News: बीजेपी ने गोरखपुर नगर निगम चुनाव के लिए प्रभारी अब कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना को बनाया है, पहले यह जिम्मेदारी प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण को दी गई थी.
UP Nikay Chunav 2023 Update: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है. बीजेपी ने निकाय चुनाव में प्रभारी बनाये गए मंत्रियों के नगर निगम बदले हैं. बीजेपी ने 17 नगर निगमों में जिन्हें पहले प्रभारी बनाया था अब इनमें से ज्यादातर को बदल दिया गया है. वहीं चुनाव प्रभारियों के नगर निगम क्षेत्र में भी बदलाव किया गया है. बीजेपी ने केवल 3 नगर निगम को छोड़कर बाकी 14 नगर निगमों में अपने चुनाव प्रभारियों को बदल दिया है. गोरखपुर नगर निगम के चुनाव के प्रभारी अब कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना बने हैं, पहले यह जिम्मेदारी प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण को दी गई थी.
इसके साथ ही प्रयागराज के चुनाव प्रभारी अब स्वतंत्र देव सिंह बने हैं पहले यह जिम्मेदारी जितिन प्रसाद के पास थी. मेरठ के प्रभारी धर्मपाल सिंह बने हैं, पहले केपी मलिक के पास यह जिम्मेदारी थी. वहीं मथुरा वृंदावन के प्रभारी संदीप सिंह बने हैं जबकि पहले रामनरेश अग्निहोत्री के पास जिम्मेदारी थी. आगरा नगर निगम के प्रभारी मंत्री एके शर्मा को बनाया गया है, पहले ये जिम्मेदारी उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के पास थी. वहीं शाहजहांपुर के प्रभारी नरेंद्र कश्यप बने हैं, पहले कपिल देव अग्रवाल को प्रभारी बनाया गया था.
लक्ष्मी नारायण चौधरी होंगे अलीगढ़ के प्रभारी
वाराणसी के प्रभारी अब जयवीर सिंह होंगे पहले यह जिम्मेदारी उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के पास थी. वहीं कानपुर की जिम्मेदारी नंद गोपाल गुप्ता नंदी को दी गई है. इसके अलावा मुरादाबाद के प्रभारी जितिन प्रसाद होंगे और सहारनपुर में अब योगेंद्र उपाध्याय प्रभारी होंगे. जबकि असीम अरुण गाजियाबाद के प्रभारी होंगे और झांसी की प्रभारी बेबी रानी मौर्य ही रहेंगी. अलीगढ़ के प्रभारी लक्ष्मी नारायण चौधरी रहेंगे और फिरोजाबाद में अजीत सिंह पाल प्रभारी होंगे. बरेली में जयवीर सिंह को प्रभारी बनाया गया है, वहीं दोनों डिप्टी सीएम किसी भी नगर निगम के प्रभारी नहीं हैं. हालांकि उन्हें 25- 25 जिलों की जिम्मेदारी दी गई है. सरकार ने जिन जिलों में मंत्रियों को प्रभार दिया है उसी जिले की अब मंत्रियों को निकाय चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है.